Aja Ekadashi 2023 HD Images: शुभ अजा एकादशी! प्रियजनों संग शेयर करें ये मनमोहक WhatsApp Stickers, GIF Greetings, Wallpapers और Photo Wishes

अजा एकादशी के दिन गरुड़ पर सवार भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से भक्तों को शारीरिक कष्टों से मुक्ति मिलती है और आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है. इस अवसर पर लोग एक-दूसरे को शुभकामना संदेश भी भेजते हैं. ऐसे में आप भी इस अवसर पर इन मनमोहक एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, वॉलपेपर्स और फोटो विशेज को भेजकर शुभ अजा एकादशी कह सकते हैं.

अजा एकादशी 2023 (Photo Credits: File Image)

Aja Ekadashi 2023 HD Images: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत को सभी व्रतों में उत्तम फलदायी माना जाता है. एकादशी के व्रत (Ekadashi Vrat) से भगवान विष्णु (Lord Vishnu) अत्यंत प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. वैसे तो साल की सभी एकादशियों का अपना अलग-अलग महत्व होता है, लेकिन भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी का विशेष महत्व बताया जाता है, जिसे अजा एकादशी (Aja Ekadashi) के नाम से जाना जाता है. इस साल 10 सितंबर 2023 को अजा एकादशी मनाई जा रही है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत को करने वालों को समस्त पापों से मुक्ति मिलती है और उन्हें अश्वमेध यज्ञ के बराबर फल प्राप्त होता है.

अजा एकादशी के दिन गरुड़ पर सवार भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से भक्तों को शारीरिक कष्टों से मुक्ति मिलती है और आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है. इस अवसर पर लोग एक-दूसरे को शुभकामना संदेश भी भेजते हैं. ऐसे में आप भी इस अवसर पर इन मनमोहक एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, वॉलपेपर्स और फोटो विशेज को भेजकर शुभ अजा एकादशी कह सकते हैं.

1- आपको और आपके परिवार को अजा एकादशी की शुभकामनाएं

अजा एकादशी 2023 (Photo Credits: File Image)

2- अजा एकादशी की हार्दिक बधाई

अजा एकादशी 2023 (Photo Credits: File Image)

3- अजा एकादशी 2023

अजा एकादशी 2023 (Photo Credits: File Image)

4- अजा एकादशी की शुभकामनाएं

अजा एकादशी 2023 (Photo Credits: File Image)

5- शुभ अजा एकादशी

अजा एकादशी 2023 (Photo Credits: File Image)

अजा एकादशी के दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें, फिर पूजा स्थल पर विष्णु की जी प्रतिमा स्थापित करें और व्रत का संकल्प लें. इसके बाद विधि-विधान से श्रीहरि की पूजा करें, पूजन के दौरान उन्हें फूल, नारियल, मौसमी फल, लौंग, सुपारी, पंचामृत, चंदन, तुलसी दल अर्पित करें, धूप-दीप प्रज्वलित कर पूजा करें. इस व्रत की कथा पढ़ें या सुनें. अगले दिन यानी द्वादशी तिथि को जरूरतमंदों को भोजन कराएं और उन्हें दक्षिणा देने के बाद व्रत का पारण करें.

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