मुंबई: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने रविवार को इस बात पर जोर देकर कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद अपने तत्कालीन सहयोगी दल शिवसेना को मुख्यमंत्री का पद देने का कोई वादा नहीं किया था. उन्होंने महा विकास अघाडी (एमवीए) की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को झूठा बताया. उन्होंने शिवसेना के इस दावे को भी सिरे से खारिज कर दिया कि उन्हें गुप्त रूप से यह आश्वासन दिया गया था.
शाह ने कहा, "मैं उस वक्त भाजपा अध्यक्ष था. हम झूठ नहीं बोलते। हमने इस तरह का कोई आश्वासन नहीं दिया था. वे भले ही यह दावा कर रहे हों कि हमने प्राइवेट रूम में वादा किया, लेकिन मैं कुछ भी प्राइवेट में नहीं करता। मैं सबकुछ खुले में सार्वजनिक रूप से करता हूं. यह भी पढ़े: महाराष्ट्र की सियासत पर अमित शाह ने तोड़ी चुप्पी, कहा- शिवसेना के सभी विधायक मोदी जी का फोटो लगाकर जीते, चुनावों के बाद जनादेश का किया अपमान
उन्होंने ठाकरे पर पलटवार करते हुए सवाल किया कि उन्होंने (उद्धव ठाकरे) भाजपा-शिवसेना के संयुक्त अभियान के दौरान आपत्ति क्यों नहीं जताई थी. चुनावी पोस्टरों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीरें लगी थीं। चुनाव मोदीजी और तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस के नेतृत्व में लड़े गए थे. उन रैलियों में जहां मैं अथवा मोदी जी उपस्थित थे, वहां उद्धव भी थे। लेकिन, किसी भी मौके पर उन्होंने सीएम पद का मुद्दा नहीं उठाया
गृहमंत्री ने महाराष्ट्र की शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अैर कांग्रेस की गठजोड़ वाली सरकार को 'ऑटोरिक्शा सरकार' बताते हुए कहा कि इसका हर पहिया अलग-अलग दिशाओं में जा रहा है.