WB: एनआईए को फंसाकर ब्लास्ट के आरोपियों को बचाना चाहती हैं ममता बनर्जी- अमित शाह
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कोलकाता, 10 अप्रैल : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 2022 के भूपतिनगर विस्फोट मामले के आरोपियों को बचा रही हैं और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारियों को फंसाने की कोशिश कर रही हैं.

बालुरघाट से पार्टी उम्मीदवार और पश्चिम बंगाल में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के समर्थन में दक्षिण दिनाजपुर जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, “वहां एक विस्फोट हुआ था. क्या ब्लास्ट के आरोपियों पर कार्रवाई जरूरी नहीं? लेकिन जब एनआईए अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू की और उन पर हमला किया गया, तो मुख्यमंत्री केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों पर मामला दर्ज कर जांच अधिकारी को फंसाने का प्रयास कर रही हैं.” उन्होंने कहा कि चूंकि एनआईए अधिकारी कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश पर मामले की जांच कर रहे हैं, इसलिए वे विस्फोट के पीछे के आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करेंगे. यह भी पढ़ें : तमिलनाडु : तोते की मदद से पीएमके उम्मीदवार की जीत की भविष्यवाणी करने वाले दो गिरफ्तार

केंद्रीय गृह मंत्री ने पश्चिम बंगाल में पड़ोसी देश से लोगों के आने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर तीखा हमला बोला. केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, “मुख्यमंत्री कभी भी अवैध अप्रवासियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं करेंगी. वे उनकी पार्टी के वोट बैंक हैं. असम में पहले भी अवैध प्रवास की समस्या थी, लेकिन बीजेपी के सत्ता में आने के बाद अब यह पूरी तरह से बंद हो गया है. इसलिए मैं आज कह रहा हूं कि अगर आने वाले दिनों में भाजपा राज्य में सत्ता में आती है तो पश्चिम बंगाल में भी अवैध प्रवास को पूरी तरह से रोक दिया जाएगा.”

अमित शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी तुष्टीकरण की राजनीति के चलते तीन तलाक प्रथा को खत्म करने या सीएए लाने का विरोध करती हैं. उन्होंने कहा, “तीन तलाक के उन्मूलन से लाखों अल्पसंख्यक महिलाओं को राहत मिली है. सीएए अधिसूचना उन शरणार्थियों को नागरिकता देने के लिए है जो धार्मिक कट्टरता के शिकार हैं.” अंत में अमित शाह ने कहा कि भाजपा को राष्ट्रीय स्तर पर 370 से अधिक का आंकड़ा हासिल करने के लिए पश्चिम बंगाल में 30 का आंकड़ा पार करना होगा.