Vande Bharat Metro Coming Soon: जल्द शुरू होगी वंदे भारत मेट्रो, जानिए इसकी मुख्य विशेषताएं और अन्य विवरण
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का एक मिनी वर्जन वंदे मेट्रो सेवाएं जल्द ही देश में शुरू की जाएंगी. वंदे मेट्रो का डिजाइन और प्रोडक्शन इसी साल पूरा हो जाएगा. वंदे मेट्रो सेवाओं को बड़े शहरों में लोगों को उनके कार्यस्थल और गृहनगर के बीच आराम से यात्रा करने में मदद करने के उद्देश्य से लॉन्च किया जाएगा...
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का एक मिनी वर्जन वंदे मेट्रो सेवाएं जल्द ही देश में शुरू की जाएंगी. वंदे मेट्रो का डिजाइन और प्रोडक्शन इसी साल पूरा हो जाएगा. वंदे मेट्रो सेवाओं को बड़े शहरों में लोगों को उनके कार्यस्थल और गृहनगर के बीच आराम से यात्रा करने में मदद करने के उद्देश्य से लॉन्च किया जाएगा. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, "किसी राज्य के आस-पास के क्षेत्रों के यात्रियों के लिए यात्रा को आसान बनाने के लिए वंदे मेट्रो ट्रेन, पूरी तरह से पीएम मोदी के विजन के तहत भारत में निर्मित, जल्द ही देश में शुरू की जाएगी." यह भी पढ़ें: Tax Exemption on Mutual Funds and Insurance Closed: नई कर व्यवस्था में जाने से बीमा, म्युचुअल फंड में निवेश पर चिंता बढ़ी
“हम वंदे मेट्रो का विकास कर रहे हैं. बड़े शहरों के आस-पास बड़ी-बड़ी बस्तियां हैं, जहां से लोग काम या आराम के लिए बड़े शहर में आना पसंद करते हैं और अपने घर वापस चले जाते हैं. उसके लिए, हम वंदे भारत के समकक्ष वंदे मेट्रो लेकर आ रहे हैं. इस साल डिजाइन और उत्पादन पूरा हो जाएगा, और अगले वित्तीय वर्ष में ट्रेन के उत्पादन का एक रैंप-अप किया जाएगा, ”अश्विनी वैष्णव ने कहा.
वंदे मेट्रो विवरण
- रेलवे विभाग द्वारा सेमी-हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेनों का स्लीपर संस्करण विकसित किया जा रहा है.
- ये ट्रेनें आठ कोच की होंगी और मेट्रो ट्रेन की तरह होंगी.
- वंदे भारत मेट्रो यात्रियों के लिए रैपिड शटल जैसा अनुभव होगा.
- वंदे मेट्रो को विकसित किया जा रहा है ताकि लोगों को अपने गृहनगर से बड़े शहरों में कार्यालयों तक आराम से यात्रा करने में मदद मिल सके.
- रेल मंत्रालय ने चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) और लखनऊ स्थित रिसर्च डिज़ाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गनाइजेशन (RDSO) के महाप्रबंधकों (GMs) को आठ-कार वाली वंदे भारत ट्रेनों के रेक जल्द से जल्द उतारने का निर्देश दिया है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के हवाले से रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वंदे भारत ट्रेनों को छोटी कार की संरचना के साथ चलाने का निर्णय यात्रियों, विशेष रूप से व्यापारियों, छात्रों और श्रमिक वर्ग के लोगों के लिए वरदान साबित होगा, जो विभिन्न बड़े शहरों की यात्रा करना चाहते हैं. सामान्य वंदे भारत ट्रेनों में 16-कार की संरचना होती है. वंदे भारत ट्रेनों का निर्माण अब आईसीएफ चेन्नई के अलावा लातूर (महाराष्ट्र), सोनीपत (हरियाणा) और रायबरेली (उत्तर प्रदेश) में भी किया जाएगा.