लखनऊ: आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए इस पर यात्रा करने वाले दुपहिया वाहन चालाकों के लिए हेलमेट अनिवार्य कर दिया गया है। हेलमेट के बिना उन्हें एक्सप्रेस वे पर प्रवेश नहीं मिलेगा। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा)के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अवनीष अवस्थी ने बताया, "यूपीडा लोगों की सुखद व सुरक्षित यात्रा के लिए लगातार काम कर रहा है। एक्सप्रेस वे पर व्यापक सुरक्षा के इंतजाम किए जा रहे हैं। इसी के तहत यह फैसला किया गया है."
उन्होंने बताया कि कोई भी दुपहिया वाहन चालक बिना हेलमेट के प्रवेश नहीं कर सकेगा। इस एक्सप्रेस वे पर हेलमेट के बिना प्रवेश पूरी तरह वर्जित कर दिया गया है। इस निर्णय का अब कड़ाई से पालन किया जाएगा. अवस्थी ने बताया कि इसकी निगरानी के लिए एक गश्त करने वाली टीम सक्रिय रहेगी। बिना हेलमेट के सवारों को पाए जाने पर उनको दंडित भी किया जाएगा. हाल के महीनों में, इस राजमार्ग में कई दुर्घटनाएं हुई हैं, अब इसके बाद अधिकारियों ने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई उपाय किए हैं। यह कदम भी उनमें से एक है. गौरतलब है कि इससे पहले लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर लगातार हो रहे हादसों को देख यूपीडा ने तेज रफ्तार वाहनों पर कार्रवाई शुरू कर दी है. जो वाहन तीन घंटे से पहले एक्सप्रेस वे पार करेगा, उस पर निश्चित कार्रवाई होगी.
कार के लिए 100 किमी प्रति घंटा तो ट्रक, बस आदि भारी वाहनों के लिए गति सीमा 60 किमी प्रति घंटा निर्धारित है। इसका उल्लंघन करने वाले वाहनों का डाटा लखनऊ और आगरा के पुलिस अधीक्षक यातायात को ई-मेल द्वारा भेजा जा रहा है। दोनों जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को व्यवस्था संबंधी जानकारी पहले ही दी जा चुकी है. एक अनुमान के मुताबिक अब तक वाहन दुर्घटनाओं में सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है। इसे देखते हुए यूपीडा ने ओवरस्पीड की निगरानी के लिए आधुनिक उपकरण लगाए हैं. आगरा छोर पर माइलस्टोन 21 किमी और लखनऊ के माइलस्टोन 290 किमी पर आधुनिक कैमरे लगाए गए हैं, जो गति की निगरानी के साथ ही नंबर प्लेट भी पढ़ेंगे.