UP Assembly Election 2022: बीजेपी के भाई-भतीजावाद और वंशवाद की राजनीति के हमले पर अखिलेश यादव ने कहा, गर्व है कि मेरे पास परिवार है
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Photo Credit : Twitter)

लखनऊ, 11 फरवरी : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाई-भतीजावाद और वंशवाद की राजनीति को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा उन पर किए गए हमले के लिए पलटवार किया है. उन्होंने एक बयान में कहा कि जिनके परिवार नहीं हैं वे इस पीड़ा को नहीं समझ सकते हैं कि कोविड लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों ने क्या झेला है. मैं कहना चाहता हूं कि जिनके पास परिवार हैं वे ही एक परिवार के दर्द को समझ सकते हैं. मुझे गर्व है कि मेरे पास परिवार है.

अखिलेश ने आगे कहा कि परिवार का कोई व्यक्ति झोला लेकर नहीं भागेगा और परिवार को पीछे नहीं छोड़ देगा. लॉकडाउन के दौरान अगर मुख्यमंत्री का परिवार होता तो वह अपने घर पहुंचने के लिए मीलों पैदल चलने वाले मजदूरों का दर्द समझते. उन्होंने कहा कि भाजपा को अपने आखिरी घोषणापत्र के लिए दो मिनट का मौन रखना चाहिए क्योंकि वे पांच साल पहले किए गए वादों को पूरा नहीं कर सके. सपा प्रमुख ने पहले चरण के मतदान के दौरान कई बूथों पर ईवीएम के ठीक से काम नहीं करने की खबरों पर चिंता जताई. यह भी पढ़ें : Hijab Row: स्कूल-कॉलेज में हिजाब पहनने का मामला फिर पहुंचा सुप्रीम कोर्ट, HC के फैसले को चुनौती

उन्होंने कहा कि कई रिपोर्टें थीं कि ईवीएम ठीक से काम नहीं कर रही थी, मतदान घंटों तक रोक दिया गया था और लोगों को वोट डालने के लिए इंतजार करना पड़ा था. निष्पक्ष चुनाव की तैयारी चुनाव आयोग द्वारा सुचारू मतदान सुनिश्चित करने के लिए की जानी चाहिए थी. इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा लखीमपुर खीरी हिंसा के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को जमानत देने के बारे में अखिलेश ने कहा कि सरकार को सख्त सजा सुनिश्चित करनी चाहिए थी, लेकिन यह स्पष्ट रूप से विफल रही. दुनिया ने लखीमपुर खीरी में हुई घटना को देखा है. हर कोई इस तथ्य से अच्छी तरह वाकिफ हैं कि भाजपा आरोपियों को बचा रही है.