टमाटर की कीमतों में उछाल, चेन्नई में 100 रुपये प्रति किलो पहुंची कीमतें
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo: PTI)

चेन्नई, 5 दिसम्बर : चेन्नई के कोयम्बेडु थोक सब्जी मंडी में रविवार को टमाटर का भाव 100 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया. शनिवार को भाव 90 रुपये प्रति किलो था. तमिलनाडु में लगातार हो रही बारिश के बाद सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं और टमाटर की कीमत 100 रुपये प्रति किलो के पार पहुंच गई थी. हालांकि, उत्तर भारत से भारी खेप आने के बाद कोयम्बेडु बाजार में कीमत 40 रुपये से 60 रुपये प्रति किलोग्राम के दायरे में आ गई थी. पूरे दक्षिण भारतीय राज्यों आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में बारिश के कारण टमाटर की फसलों को भारी नुकसान हुआ था. यहां टमाटर की फसलों को बड़े पैमाने पर उगाया जाता है. फसल खराब होने से कीमतों में तेजी आई है.

कोयम्बेडु फल और सब्जी व्यापारी संघ के अध्यक्ष एम त्यागराजन ने आईएएनएस को बताया, "बाजार में टमाटर की कीमतों में अचानक वृद्धि हुई है, इसका प्रभाव खुदरा बाजार पर पड़ेगा क्योंकि वहां पर 120 रुपये प्रति किलोग्राम से अधिक पर टमाटर बेचे जाएंगे, जहां लोग खरीद की मात्रा कम करेंगे जिससे व्यापारियों को भारी नुकसान होगा." कोयम्बेडु थोक बाजार में बैगन और भिंडी की कीमतों में भी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. बैगन और भिंडी 120 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिकेंगे.

चेन्नई के पम्मल में एक गृहिणी सुमंगला स्वामीनाथन ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "सब्जियों की कीमतों में वृद्धि चिंताजनक है और हमें अपने मेन्यू से टमाटर और भिंडी का कम उपयोग करना पड़ेगा. कोविड महामारी के बाद हम बुरे समय में चले गए थे और बारिश से सब्जियों की कीमतों में उछाल हमारे बजट पर भारी पड़ रहा है. उम्मीद है कि स्टालिन सरकार सब्जियों के इन बढ़ते दामों को नियंत्रित करने के लिए कुछ करेगी. सब्जियों की कीमतों से परिवारों का बजट बिगड़ गया है. व्यापारियों को उम्मीद है कि राज्य सरकार उत्तर भारतीय बाजारों से सब्जियों की अच्छी खेप उपलब्ध कराएगी. यह भी पढ़ें : Omicron Variant: दिल्ली में ‘ओमीक्रोन’ संक्रमण का पहला मामला सामने आया

कोयम्बेडु थोक बाजार के एक सब्जी व्यापारी अदबुल खादर ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "यह चिंताजनक है और सरकार को कीमतों की जांच करनी चाहिए और इसका एकमात्र समाधान उत्तर भारतीय और महाराष्ट्र के बाजारों से भारी मात्रा में स्टॉक को नियंत्रित करना है. अन्यथा व्यापारियों को अपनी दुकान बंद करनी होगी और दूसरी नौकरियों की तलाश करनी होगी." तमिलनाडु कृषि विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "हम पहले ही बाजार में हस्तक्षेप कर चुके हैं और उत्तर भारतीय बाजार से एक अच्छा स्टॉक लाए हैं . वर्तमान मूल्य वृद्धि के बारे में एक नीतिगत निर्णय लिया जाना है."