Sister Abhaya Murder Case Verdict Today: आज सुनाया जाएगा सिस्टर अभया मर्डर केस का फैसला, जानें क्या था मामला

तिरुवनंतपुरम (Thiruvananthapuram) में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की अदालत 28 साल बाद सिस्टर अभया मर्डर (Sister Abhaya) केस मामले में अपना फैसला सुनाने वाली है. शुरुआत में, इस मामले को स्थानीय पुलिस और अपराध शाखा की टीम ने आत्महत्या करार दिया था और खारिज किया गया था, लेकिन विरोध प्रदर्शन के बाद इसे सीबीआई को सौंप दिया गया था. जिसके बाद लगभग 30 वर्षों में जो केस का ट्रायल चला है, 177 गवाहों में से कई की मौत हो गई है. मामले की जांच कर रही सीबीआई की टीम ने साल 2008 में कोट्टूर, पूथरुकायिल और सेफी को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया था. सोफिया को इंसाफ दिलाने की मांग लेकर बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए थे.

अदालत ( फोटो क्रेडिट- Pixabay)

तिरुवनंतपुरम (Thiruvananthapuram) में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की अदालत 28 साल बाद सिस्टर अभया मर्डर (Sister Abhaya) केस मामले में अपना फैसला सुनाने वाली है. शुरुआत में, इस मामले को स्थानीय पुलिस और अपराध शाखा की टीम ने आत्महत्या करार दिया था और खारिज किया गया था, लेकिन विरोध प्रदर्शन के बाद इसे सीबीआई को सौंप दिया गया था. जिसके बाद लगभग 30 वर्षों में जो केस का ट्रायल चला है, 177 गवाहों में से कई की मौत हो गई है. मामले की जांच कर रही सीबीआई की टीम ने साल 2008 में कोट्टूर, पूथरुकायिल और सेफी को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया था. सोफिया को इंसाफ दिलाने की मांग लेकर बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए थे.

बता दें कि इस मामलें में साल 2007 में सीबीआई ने तीनों आरोपितों का NARCO टेस्ट भी कराया था. लेकिन बाद में कहा गया कि रिपोर्ट के साथ छेड़छाड़ की गई है. लेकिन साल 2008 में चार्जशीट दायर किए जाने के बाद तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया था. लेकिन बाद में उन्हें जमानत मिल गई. दिसंबर 2008 में सीबीआई ने अपनी तीसरी रिपोर्ट में पहली बार एर्नाकुलम की एक अदालत को बताया कि यह एक हत्या थी और इसमें तीन अभियुक्तों - दो कैथोलिक पादरी, फादर थॉमस कोट्टूर और फादर जोस पायथ्रुकायिल और एक नन, सिस्टर को गिरफ्तार किया गया था. उन पर हत्या, सबूत नष्ट करने, आपराधिक साजिश और अन्य आरोप लगाए गए.

चार्जशीट के अनुसार, सिस्टर अभया को इसलिए मार दिया गया क्योंकि वह दो पुजारियों और एक नन से जुड़ी कुछ कथित अनैतिक गतिविधि को देख लिया था. केंद्रीय एजेंसी ने दावा किया कि कुएं में फेंकने से पहले उस पर कुल्हाड़ी से हमला किया गया था. Kerala: क्रिसमस और नए साल से पहले राज्य सरकार ने दी बार, बीयर शॉप, वाइन पार्लर खोलने की अनुमति.

गौरतलब हो कि केरल में कोट्टायम के एसटी पीयुस कॉन्वेंट के एक कुएं में सिस्टर अभया को 27 मार्च 1992 को मृत पाया गया था. शुरूआत में मामले की जांच स्थानीय पुलिस और राज्य अपराध शाखा ने की थी जिसमें कहा गया था कि अभया ने आत्महत्या की है. हालांकि, मानवाधिकार कार्यकर्ता जोमोन पुथेनपुराकल की कानूनी लड़ाई के बाद 29 मार्च, 1993 को इस मामले को सीबीआई को सौंप दिया गया.

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