PUBG की लत से गई एक और जान, गुजरात के आणंद में पिता के डांटने पर किशोर ने खाया जहर
गुजरात (Gujarat) के आणंद (Anand) जिले में ऑनलाइन गेम पबजी (PUBG) की लत के कारण एक किशोर की जान चली गई. दरअसल पिता ने 17 वर्षीय लड़के को पबजी खेलने के लिए कथित तौर पर फटकार लगाई थी, जिसके बाद किशोर ने आत्महत्या कर ली.
अहमदाबाद: गुजरात (Gujarat) के आणंद (Anand) जिले में ऑनलाइन गेम पबजी (PUBG) की लत के कारण एक किशोर की जान चली गई. दरअसल पिता ने 17 वर्षीय लड़के को पबजी खेलने के लिए कथित तौर पर फटकार लगाई थी, जिसके बाद किशोर ने आत्महत्या कर ली. फिलहाल पुलिस ने सुसाइड का केस दर्ज कर लिया है और मामले की जांच कर रही है.
स्थानीय पुलिस के एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि उमरेथ तालुका (Umreth Taluka) के सुरेली गांव (Sureli Village) में 11वीं में पढ़ने वाले किशोर को पबजी खेलने की लत थी, जिस वजह से उसेक पिता ने घटना वाले दिन उसे डाटा था. जिससे आहत होकर छात्र ने मंगलवार दोपहर को अपने खेत में कीटनाशक खा लिया. PUBG Ban in India: भारत में लगा पबजी पर प्रतिबंध तो मां-बाप हुए खुश, वहीं युवा हैरान
उमरेठ थाने के सब-इंस्पेक्टर पीके सोढ़ा (PK Sodha) ने कहा “लड़के के पिता एक शिक्षक हैं. उन्होंने मोबाइल में घंटों पबजी खलने के लिए बेटे को डांटा था और मोबाइल भी ले लिया. डांट से दुखी होकर किशोर कथित रूप से अपने खेत में गया और कीटनाशक खा लिया.”
पुलिस अधिकारी ने कहा कि लड़के के माता-पिता को यह बात तब पता चली जब वह घर लौटने के बाद उल्टी करने लगा और उसे फौरन जिले के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. इस संबंध में आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया गया है.
इसी साल जुलाई महीने में महाराष्ट्र के नागपुर शहर में पबजी में हारने से निराश 13 वर्षीय एक लड़के ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. सातवीं कक्षा का छात्र नर्मदा कॉलोनी में अपने घर पर फांसी से लटका मिला. उसके पिता नागपुर पुलिस में कांस्टेबल हैं. एक अधिकारी ने बताया कि बच्चा अधिकतर समय पबजी खेलता था और गेम हारने की वजह से वह निराश था.
उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही केंद्र सरकार ने लोकप्रिय गेमिंग ऐप पबजी सहित चीन की कंपनियों से जुड़े 118 अन्य मोबाइल ऐप पर बैन लगाया. सरकार ने दलील दी है कि इससे देश की संप्रभुता, अखंडत, सुरक्षा और शांति-व्यवस्था के लिए खतरना उत्पन्न हो गया था. इससे चीन की कंपनियों से संबंधित जिन ऐप पर भारत में प्रतिबंध लगाया गया है, उनकी संख्या बढ़कर अब 224 हो गयी है. सरकार ने कहा कि यह कदम करोड़ों भारतीय मोबाइल और इंटरनेट यूजर्स के हितों की रक्षा करेगा और भारतीय साइबरस्पेस की सुरक्षा एवं संप्रभुता सुनिश्चित करेगा.