New Diamond Fire Updates: तेल टैंकर ‘न्यू डायमंड’ में लगी आग पर काबू पाने के प्रयास जारी, देखें तस्वीरें

श्रीलंका (Sri Lanka) के तेल टैंकर एमटी न्यू डायमंड (MT New Diamond) पर लगी भीषण आग को पूरी तरह से बुझाने का प्रयास जारी है. भारतीय नौसेना ने बताया कि आईएनएस सह्याद्री (INS Sahyadri) को इस अग्निशमन मिशन के लिए तैनात किया गया है और हालात पर बारीकी से नजर रखी जा रही है.

तेल टैंकर में श्रीलंका के तट के पास लगी आग (Photo Credits: ANI)

चेन्नई: श्रीलंका (Sri Lanka) के तेल टैंकर एमटी न्यू डायमंड (MT New Diamond) पर लगी भीषण आग को पूरी तरह से बुझाने का प्रयास जारी है. भारतीय नौसेना ने बताया कि आईएनएस सह्याद्री (INS Sahyadri) को इस अग्निशमन मिशन के लिए तैनात किया गया है और हालात पर बारीकी से नजर रखी जा रही है. साथ ही घटनास्थल पर इमरजेंसी टोइंग वेसल ओशन ब्लिस (Ocean Bliss) को भी भेजा गया है. श्रीलंकाई नौसेना ने न्यू डायमंड में आग और विस्फोट से निपटने के लिए भारत से मदद मांगी थी.

भारतीय नौसेना ने बताया कि तेल टैंकर से धुआं निकाल रहा है. आग बुझाने के लिए शुष्क रासायनिक पाउडर का भी इस्तेमाल किया जाएगा. बताया जा रहा है कि एमटी न्यू डायमंड कुवैत से 2,70,000 टन कच्चा तेल लेकर भारत आ रहा था. लेकिन श्रीलंका के पूर्वी तट के पास इसमें आग लग गई. जिसके बाद इसे भारतीय तटरक्षक बल और श्रीलंकाई नौसना के जहाज एवं एएलपी विंगर सहित विमान की मदद से तट से दूर सुरक्षित पानी में ले जाया गया. आग लगने के बाद टैंकर को श्रीलंका के तट से दूर ले जाया गया, अग्निशमन के प्रयास जारी

हालांकि, अब तक तेल रिसाव की खबर नहीं है. अधिकारियों ने बताया कि तेल के टैंकर में दो धमाकों के साथ उठी लपटें और दो मीटर की दरार पर पहले ही काबू पा लिया गया है. जिस वजह से पोर्ट ब्रिज डेक क्षेत्र में आग को फैलने से रोकने में सफलता मिली.

भारतीय तटरक्षक बल के त्वरित गश्ती जहाज ''अमेय'' और ''अभीक'' के जरिए आग बुझाने के लिए रसायन के ड्रम भेजे गए हैं ताकि तेजी से आग पर काबू पाया जा सके. रेस्क्यू ऑपरेशन में भारतीय तटरक्षक बल के साथ ही श्रीलंकाई नौसना के जहाज ''रावणा'' और ''वासभा'' भी जुटे हुए हैं. इससे 24 सदस्यीय चालक दल में से एक सदस्य लापता है और अन्य घायल है.

रिपोर्ट्स के मुताबिक यह तेल टैंकर 23 अगस्त को मीना अल अहमदी से रवाना हुआ था और भारत के पारादीप बंदरगाह की ओर चला गया था. इसके 5 सितंबर को ओडिशा के पारादीप पहुंचने की उम्मीद थी जहां इंडियन ऑयल कॉपोर्रेशन (आईओसी) की बड़ी रिफाइनरी है. हालांकि इस घटना को लेकर आईओसी ने कोई जानकारी नहीं दी है. (एजेंसी इनपुट के साथ)

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