नई दिल्ली, 30 नवंबर : आफताब अमीन पूनावाला (Aftab Amin Poonawalla) ने अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वाल्कर की हत्या करने और राष्ट्रीय राजधानी में फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) में किए गए पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान उसके शरीर के अंगों को नष्ट करने की बात कबूल की. सूत्रों ने यह जानकारी दी है. एफएसएल सूत्रों ने बताया कि छह सत्रों के बाद पॉलीग्राफ परीक्षण आखिरकार मंगलवार को समाप्त हो गया. उन्होंने कहा, "उसने श्रद्धा की हत्या करने और उसके शरीर के अंगों को जंगल में ठिकाने लगाने की बात कबूल की है. उसने यह भी कबूल किया है कि उसके कई लड़कियों से संबंध भी थे." हाल ही में, दिल्ली पुलिस ने एक महिला से संपर्क किया, जो आफताब से तब मिली जब उसने श्रद्धा की हत्या कर दी थी.
पुलिस ने श्रद्धा की अंगूठी भी बरामद की है जो आफताब ने पेशे से मनोवैज्ञानिक महिला को 12 अक्टूबर को उपहार में दी थी आफताब महिला से मोबाइल डेटिंग एप्लिकेशन 'बंबल' पर मिला, उसी प्लेटफॉर्म पर जहां वह पहली बार श्रद्धा से मिला था. पुलिस को दिए अपने बयान में महिला ने कहा कि वह आफताब से उसके छतरपुर स्थित आवास पर दो बार मिली थी, जिसे उसने श्रद्धा के साथ साझा किया था और रेफ्रिजरेटर में रखे पीड़िता के शरीर के अंगों के बारे में उसे कोई जानकारी नहीं थी. यह भी पढ़ें : ‘Liger’ Money Laundering Investigation: विजय देवरकोंडा ईडी के सामने हुए पेश
सूत्रों के मुताबिक, 18 मई को श्रद्धा को मारने के 12 दिन बाद 30 मई को वह डेटिंग ऐप पर आफताब से मिली थी. इससे पहले मंगलवार को एक अदालत ने दिल्ली पुलिस को आफताब का 1 और 5 दिसंबर को नार्को टेस्ट कराने की इजाजत दी थी. सूत्रों ने कहा कि इस मामले में एक पॉलीग्राफ और एक नार्को टेस्ट अनिवार्य है, क्योंकि पूछताछ के दौरान आफताब पूछताछकर्ताओं को गुमराह करने की कोशिश कर रहा था.