RBI के कर्मचारी 4 और 5 सितंबर को नहीं करेंगे हड़ताल, यह है वजह
आम जनता के लिए राहत की खबर है. दरअसल 4 और 5 सितंबर को होनेवाली रिजर्व बैंक (आरबीआई) के कर्मचारीयों की हड़ताल अब नहीं होगी. बैंको के अधिकारियों और कर्मचारी यूनियन के संयुक्त मंच ने सोमवार को कहा कि वह बैंक प्रबंधन के साथ बातचीत के बाद आगामी हड़ताल को टाल रहे है.
मुंबई: आम जनता के लिए राहत की खबर है. दरअसल 4 और 5 सितंबर को होनेवाली रिजर्व बैंक (आरबीआई) के कर्मचारीयों की हड़ताल अब नहीं होगी. बैंको के अधिकारियों और कर्मचारी यूनियन के संयुक्त मंच ने सोमवार को कहा कि वह बैंक प्रबंधन के साथ बातचीत के बाद आगामी हड़ताल को टाल रहे है.
यूनाइटेड फोरम ऑफ रिजर्व बैंक ऑफिसर्स एंड एंप्लॉइज ने कहा ‘रिजर्व बैंक के शीर्ष प्रबंधन और कर्मचारी संगठन के बीच हुई वार्ताओं के बाद चार और पांच सितंबर को प्रस्तावित सामूहिक अवकाश की योजना को टाल दिया गया है. बैंक प्रबंधन ने कर्मचारियों की मांग मानने के लिए कुछ और समय देने का अनुरोध किया है.’
इससे पहले शीर्ष बैंक के यूनियन ने कहा था कि पेंशन से संबंधित मांगों को लेकर उसके करीब 16000 कर्मचारी 4 और 5 सितंबर को सामूहिक रुप से अवकाश लेकर हड़ताल करेंगे. यूनियन के मुताबिक आरबीआई के कर्मचारी तथा अधिकारी अपनी पेंशन संबंधी मांगों को लेकर 2008 से संघर्षरत है, जिसमें मुख्य मुद्दा पेंशन अपडेशन तथा पेंशन ऑप्शन को पुन: देना है. यूनियन का आरोप है कि केंद्र इस मुद्दे पर नकारात्मक रुख अपनाये हुए है.
2 सितंबर को रविवार की और 3 सितंबर को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की छुट्टी के बाद कर्मचारीयों की हड़ताल की वजह से कैश किल्लत का अंदेशा जताया जा रहा था. जिससे हड़ताल के दौरान आम लोगों के प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही थी. क्योकि इस दौरान सेंट्रल बैंक से किसी भी बैंक को करेंसी की सप्लाई नहीं हो सकती थी. जिस वजह से एटीएम में भी पैसे नहीं डाले जाते. इसके साथ ही कैश किल्लत की वजह से बैंकों से पैसे निकालना भी कठीन हो जाता.
हालांकि, बैंकों ने दावा किया था कि कैश की समस्या नहीं होगी. गौरतलब हो कि जब भी कभी बैंको की ढेरों छुट्टी एक साथ आती है तो एटीएम में मशीन में जरूरी कैश डाले जाते है. ताकि आम जनता को किसी भी तरह की कैश की दिक्कत न हो. सितंबर के पहले सप्ताह में हो सकती है कैश की किल्लत! अभी से कर लें तैयारी