Sudden Death: क्यों बेवफा हो रही दिल की धड़कने? Heart Attack का शिकार हो रहें युवा, एक झटके में हो रही मौत
हाल ही में हार्ट अटैक के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी देखी गई है. यह काफी चिंताजनक है, क्योंकि अधिकतर मामलों में युवा इस जानलेवा कंडीशन का शिकार हो रहे हैं.
Death by Heart Attack: दिल का दौरा, जिसे मायोकार्डियल इन्फ्रक्शन भी कहा जाता है, दुनिया भर में मौत का एक प्रमुख कारण है. दुर्भाग्य से हाल के दिनों में हार्ट अटैक से होने वाली मौतों की संख्या में वृद्धि हुई है. यह खतरनाक प्रवृत्ति दुनिया भर के कई देशों में देखी गई है. भारत में भी लगातार ऐसे कई मामले और उनके वीडियो सामने आ रहे हैं. हैरानी की बात यह है कि कई मामलों में मरने वालों के दिल में किसी तरह के परेशानी होने के कोई संकेत मौजूद नहीं होते. बिना किसी लक्षण के युवा हार्ट अटैक की चपेट में आ जाते हैं. हार्ट अटैक से हुई अचानक मौत की खबरों और उनके Videos के लिंक पर क्लिक करें- Hindi Latestly Heart Attack News
इसी संबंध में एक रिसर्च यूरोपियन रेस्पिरेटरी सोसाइटी इंटरनेशनल कांग्रेस (European Respiratory Society International Congress) सामने आई है. इसमें दावा किया गया है कि कम उम्र (Sudden Death in Young People) के लोगों के फेफड़े खराब होने का सीधा संबंध अचानक हृदयघात से हुई मौत (Sudden Cardiac Death) से है. यानी अगर कम उम्र के लोगों का फेफड़ें सही तरीके से काम नहीं करते तो उनमें अचानक हार्ट अटैक से मौत का खतरा बढ़ जाता है.
डॉक्टर के अनुसार युवाओं में हार्ट अटैक की बढ़ती घटनाओं के लिए उनकी अति व्यस्ततम लाइफ स्टाइल जिम्मेदार है. उनके पास खुद के लिए वक्त नहीं होता, नियमित व्यायाम में कमी, जंक फूड का जरूरत से ज्यादा सेवन, धूम्रपान एवं मद्यपान, वर्क फ्रॉम होम (Work From Home) का प्रचलन, टेंशन इत्यादि उसके लिए हार्ट अटैक का कारण बन सकती है.
क्या है हार्ट अटैक
हृदय मानव शरीर में सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है, जो पूरे शरीर में रक्त पंप करने के लिए जिम्मेदार है. दिल का दौरा तब होता है जब रक्त वाहिकाओं में रुकावट होती है जो हृदय की मांसपेशियों को ऑक्सीजन युक्त रक्त की आपूर्ति करती हैं. यह रुकावट धमनियों में पट्टिका के निर्माण के कारण हो सकती है, जो टूट सकती है और थक्का बना सकती है. यदि थक्का नहीं हटाया जाता है, तो यह हृदय की मांसपेशियों की कोशिकाओं की मौत का कारण बन जाती है, जिसके परिणामस्वरूप दिल का दौरा पड़ सकता है.
यह आवश्यक है कि लोग हृदय रोग के जोखिम कारकों के बारे में जागरूक हों और उनके जोखिम को कम करने के लिए कदम उठाएं. इसमें स्वस्थ जीवन शैली विकल्प बनाना शामिल हो सकता है, जैसे नियमित रूप से व्यायाम करना, स्वस्थ आहार खाना और धूम्रपान छोड़ना. इसके अलावा, अगर आपको दिल का दौरा पड़ने के किसी भी लक्षण का अनुभव होता है, जैसे कि सीने में दर्द, सांस की तकलीफ, या बाहों, पीठ, गर्दन या जबड़े में तकलीफ होने पर चिकित्सा देखभाल लेना महत्वपूर्ण है.