देहरादून, 17 जनवरी: उत्तराखंड में 14 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनावों (Uttarakhand Election 2022) से पहले उत्तराखंड महिला कांग्रेस अध्यक्ष (Uttarakhand Mahila Congress President) और नैनीताल से पूर्व विधायक सरिता आर्य सोमवार को भाजपा में शामिल (Sarita Arya Join BJP) हो गयीं. इस बीच, प्रदेश कांग्रेस (Congress) ने आर्य को सभी पदों से हटाते हुए उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया. Uttarakhand: AAP ने कर्नल अजय कोठियाल को बनाया सीएम उम्मीदवार, केजरीवाल ने कहा- सूबे को हिंदुओं की आध्यात्मिक राजधानी बनाएंगे
आर्य ने यहां प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक की मौजूदगी में पार्टी का दामन थामा.
भाजपा का पटटा पहनाकर पार्टी में आर्य का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह हमेशा गरीबों, शोषितों और वंचितों के अधिकारों के लिए संघर्षरत रही हैं जबकि मातृशक्ति के लिए भी प्रदेश में उनका बहुत बडा योगदान रहा है. उन्होंने कहा कि उनके आने से पार्टी को हर क्षेत्र में मजबूती मिलेगी.
Uttarakhand Mahila Congress President Sarita Arya expelled from primary membership of the Congress party for six years pic.twitter.com/pqyd7BXyPi
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 17, 2022
इस मौके पर कौशिक ने उम्मीद जाहिर की कि सरिता आर्य पार्टी की 'रीति-नीति' को आगे बढाते हुए पार्टी को मजबूत करेंगी. सरिता आर्य ने 2012 विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल की थी हांलांकि, 2017 में हुआ अगला चुनाव वह भाजपा के टिकट पर चुनाव लडे संजीव आर्य से हार गयी थी.
गौरतलब है कि अपने पिता और कददावर दलित नेता यशपाल आर्य के साथ पिछले साल कांग्रेस में शामिल होने के बाद संजीव आर्य को इस बार कांग्रेस से टिकट मिलना तय माना जा रहा है और इसी के चलते पार्टी से खफा होकर सरिता आर्य भाजपा में शामिल हुई हैं.
सरिता आर्य ने शनिवार को संवाददाताओं से बातचीत में भाजपा में शामिल होने का संकेत देते हुए कहा था कि अगर भाजपा उन्हें टिकट देती है तो वह उसमें क्यों नहीं शामिल होंगी.इस बीच, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने उन्हें सभी पदों से हटाते हुए छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया. जारी किए गए एक पत्र में गोदियाल ने कहा कि शनिवार को मीडिया के सामने उनके द्वारा विधानसभा चुनाव के परिप्रेक्ष्य में की गयी बयानबाजी प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष पद की गरिमा के अनुकूल नहीं है और इससे पार्टी की छवि धूमिल हुई है.
गोदियाल ने कहा कि पार्टी के केंद्रीय एवं प्रदेश नेतृत्व द्वारा इसे गंभीरता से लिया गया है तथा आर्य के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी की प्राथमिकता सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया है.
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