देहरादून: उत्तराखंड (Uttarakhand) के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) ने शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने देर रात राज्यपाल बेबी रानी मौर्या से मुलाकात की और उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा. उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देने की वजह संवैधानिक संकट बताया है. तीरथ सिंह रावत मार्च में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बने थे. तकरीबन 4 महीने तक मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने इस्तीफा दे दिया है. उनके इस्तीफे के बाद तमाम तरह की बयानों का सिलसिला शुरू हो गया है. इस बीच तीरथ सिंह रावत से पहले उत्तराखंड के सीएम रहे त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) ने इस मामले में बयान जारी किया है. Uttarakhand: राज्य को फिर मिलेगा नया सीएम, रेस में इन नेताओं के नाम हैं सबसे आगे.
पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि अगर तीरथ ने इस्तीफा नहीं दिया होता तो वहां संवैधानिक संकट खड़ा हो सकता था. उन्होंने आगे कहा कि आज होने वाली विधायकों की मीटिंग में नए नेता का चुनाव कर लिया जाएगा.
जानें क्या बोले पूर्व सीएम
Had he (Tirath Singh Rawat) not resigned, it would have led to Constitutional crisis. In some states, bypolls were delayed due to Covid. Circumstances have led to this situation. Leader to be elected at today's legislature meet: Former Uttrakhand CM Trivendra Singh Rawat pic.twitter.com/lqVoj2wUp5
— ANI (@ANI) July 3, 2021
उन्होंने कह अगर तीरथ सिंह रावत ने इस्तीफा नहीं दिया होता, तो इससे संवैधानिक संकट पैदा हो जाता. कुछ राज्यों में, कोविड के कारण उपचुनाव में देरी हुई. परिस्थितियों ने इस स्थिति को जन्म दिया है. आज की विधानसभा बैठक में नेता चुन लिया जाएगा.
तीन बजे होगी बैठक
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के इस्तीफे के बाद देहरादून में दोपहर तीन बजे बीजेपी विधायक दल की बैठक बुलाई गई है. यह बैठक पार्टी हेडक्वार्टर में होगी. बीजेपी के मीडिया इंचार्ज मनवीर सिंह चौहान ने बताया कि इस बैठक का नेतृत्व उत्तराखंड बीजेपी के अध्यक्ष मदन कौशिक करेंगे. सभी विधायकों को बैठक में उपस्थित रहने के लिए कहा गया है. विधायक दल की बैठक के लिए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को पर्यवेक्षक बनाया गया है.