अमित शाह से मुलाकात के बाद योगी कर सकते है यूपी मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल
योगी आदित्यनाथ और अमित शाह (Photo credits: twitter)

लखनऊ: 2019 लोकसभा चुनावों को लेकर बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में तैयारी शुरु कर दी है. उपचुनावों में मिली हार के बाद पहली बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से सोमवार को मुलाकात की. पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में हुई यह मुलाकात आगामी चुनावों के लिहाज से बहुत ही अहम मानी जा रही है.

मिडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस दौरान दोनों नेताओं ने उपचुनावों में हार के कारणों और भावी रणनीति को लेकर चर्चा की गई. कैराना और नूरपुर उपचुनावों में पार्टी को मिली हार से बीजेपी के शीर्ष तबके में हलचल मच गई है क्योकि दोनों ही सीटें 2019 में होनेवालें लोकसभा चुनाव की दृष्टी से बहुत ही महत्वपूर्ण थे.

इस दौरान दोनों नेताओं के बीच उत्तर प्रदेश में होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भी बातचीत हुई. जानकारी के मुताबिक जून के दूसरे हफ्ते के बाद कभी भी योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल में फेरबदल कर सकते है. वहीँ सूत्रों की मानें तो मंत्रिमंडल विस्तार में कुछ नए चेहरे भी शामिल किए जा सकते है. यूपी में अखिलेश और मायावाती की जोड़ी को मात देने के लिए मंत्रिमंडल में जातिगत समीकरण और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के नेताओं को और तरजीह दी जा सकती है.

इसके अलावा वर्तमान मंत्रिमंडल में प्रदर्शन के आधार पर मौजूदा मंत्रियों का कद बढ़ाने और घटाने पर भी चर्चा की गई. गौरतलब है कि वर्तमान में योगी सरकार का 47 सदस्यीय मंत्रिमंडल है और इसे बढ़ाकर 60 किया जा सकता है. वहीं, योगी मंत्रिमंडल में फिलहाल पश्चिमी उत्तर प्रदेश से 7 मंत्री हैं.

ज्ञात हो कि गोरखपुर और फूलपुर के बाद बीजेपी के हाथ से कैराना और नूरपुर सीट भी निकल गई. इसकी वजह बीजेपी के खिलाफ बने विपक्षी दलों का महागठबंधन एक बड़ा कारण समझा जा रहा है. आरएलडी प्रत्याशी तबस्सुम हसन ने बीजेपी प्रत्याशी मृगांका सिंह को कैराना लोकसभा चुनाव में हरा दिया है तो नूरपुर विधानसभा से सपा प्रत्याशी नईमुल हसन ने बीजेपी उम्मीदवार को भारी अंतर से हराया.