UP Assembly Elections 2022: क्या बीजेपी को उन्ही के पिच पर घेरने का प्लान बना रहीं हैं प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव को मिल सकता है फायदा
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Photo Credit : Twitter)

UP Elections 2022, 2 मार्च: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने सिद्धार्थनगर (Siddharthnagar) के इटवा क्षेत्र में मंगलवार को आयोजित जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने राष्ट्रवाद (Nationalism) का मुद्दा उठाया. वह राष्ट्रवाद जिसे बीजेपी (BJP) अपना मुद्दा बताती है. प्रियंका गांधी ने कहा “आपके जज्बात होने चाहिए देश के लिए, यही होता है राष्ट्रवाद, देश के लिए मर मिटना, यही होता है राष्ट्रवाद. देशवासियों को लड़ाने में कोई राष्ट्रवाद नहीं है. देशवासियों से स्वार्थ साधने में कोई राष्ट्रवाद (Nationalism) नहीं है. देशवासियों के जज्बात उभारकर वोट लेने में कोई राष्ट्रवाद नहीं है.” यूपी चुनाव का केंद्र बना काशी, विपक्षी जोर के बीच कितना चलेगा PM मोदी का जादू? जानें क्या है बनारस की जनता के मुद्दे

वैसे तो प्रियंका गांधी ने निशाना बीजेपी पर साधा है, लेकिन अगर उनका यह फैक्टर काम कर गया तो इससे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को फायदा पहुंच सकता है. क्योंकि बीजेपी का प्रमुख मुद्दा राष्ट्रवाद ही है.अब जब प्रियंका इससे अपना एजेंडा बना रही हैं तो राष्ट्रवाद के नाम पर लोगों का वोट कांग्रेस की तरफ खिसक सकता है. ऐसे में बीजेपी का वोट बंट सकता है, जिससे समाजवादी पार्टी को चुनावी फायदा मिल सकता है.

प्रियंका गांधी मंगलवार को महाशिवरात्रि के दिन सिद्धार्थनगर की शोहरतगढ़ विधानसभा सीट पर चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचीं थीं. प्रियंका ने मंच पर पहले  महामृत्युंजय मंत्र का पाठ किया इसके बाद भाषण की शुरुआत की, इस दौरान उन्होंने लोगों से ‘हर-हर महादेव’ का नारा भी लगवाया.

प्रियंका ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि कि "इन्होंने न रोजगार दिया, न किसान को मजबूत किया, महिलाओं पर अत्याचार बढ़ते गए, इसके बावजूद मंच पर खड़े होकर कहते हैं कि हम ही जीतेंगे. सीए-एनआरसी आंदोलन में कोई दिखा नहीं, जब दलितों पर अत्याचार हुआ, तब कोई नहीं दिखा, हाथरस, उन्नाव, शाहजहांपुर में हुए अत्याचारों पर, कोई राजनीतिक दाल न्याय के लिए संघर्ष करता नहीं दिखा, वहां सिर्फ कांग्रेस दिखी."

आपको  बता दें कि यूपी में पांच चरण के चुनाव संपन्न हो चुके हैं. अब पूर्वांचल में चुनाव होना बाकी है. पूर्वांचल में राष्ट्रवाद का मुद्दा हावी है. यही वजह है अब सभी दल राष्ट्रवाद को अपना मुद्दा बनाने में जुट गए हैं.