Roshni Land Scam: रोशनी घोटाले में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता ताज मोहिउद्दीन के खिलाफ CBI ने दर्ज किया मुकदमा
सीबीआई दफ्तर की प्रतीकात्मक तस्वीर ( फोटो क्रेडिट- Wikimedia Commons)

श्रीनगर:- जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir news) से लेकर दिल्ली (Delhi) तक रोशनी ऐक्ट (Roshni Act Land Scam) घोटाले ने राजनीतिक हड़कंप मचा दिया है. कई पार्टी के नेताओं का नाम सामने आने लगा है. उसके साथ सियासी पारा भी तेज तेजी से गरमाने लगा है. इसी कड़ी में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता ताज मोहिउद्दीन (Congress leader Taj Mohiuddin) के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने कथित बहु करोड़ रुपये के भूमि घोटाले के सिलसिले में मुकदमा दर्ज किया है. इससे पहले जम्मू-कश्मीर में राजस्व विभाग के अधिकारियों और अन्य लोगों के खिलाफ 25,000 करोड़ रुपये के रोशनी भूमि के घोटाले से जुड़ी दो और प्राथमिकी दर्ज की गई थी.

रिपोर्ट के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में रोशनी जमीन घोटाले में शामिल हुए लोगों की लिस्ट की चर्चा सुन रहे होंगे. इस लिस्ट में कई बड़े नेताओं, उनके रिश्तेदारों, अधिकारियों और बिजनस मैन का नाम है. इन पर आरोप है कि इन्होंने रोशनी अधिनियम का फायदा उठाते हुए अपने या रिश्तेदारों के नाम जमीनें करवा ली हैं. एक्ट के तहत पूर्व मंत्री हसीब द्राबू, उनकी मां और दो भाइयों के पास श्रीनगर शहर के गोगजीबाग क्षेत्र में चार कनाल भूमि है. पूर्व नौकरशाह मुहम्मद शफी पंडित और उनकी पत्नी के इसी इलाके में दो कनाल जमीन है. Terrorist Attack Srinagar: श्रीनगर के बाहरी इलाके HMT में आतंकवादियों का हमला, दो जवान शहीद.

एक अन्य पूर्व नौकरशाह तनवीर जहान के श्रीनगर के राजबाग इलाके में एक कनाल भूमि है. इन सबको जमीन रोशनी एक्ट के तहत आवंटित की गई थी. बिजनेसमैन और कांग्रेस पार्टी के पूर्व कोषाध्यक्ष के.के. अमला मौलाना आजाद रोड इलाके में 14 कनाल जमीन के मालिक हैं, जहां उन्होंने एक होटल का निर्माण किया है.

ANI का ट्वीट:- 

गौरतलब हो कि 2014 में सीएजी ने इस जमीन घोटाले से पर्दा उठाया. सीएजी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा केवल 76.24 करोड़ रुपये एकत्र किए गए, जबकि एक्ट के तहत अरबों रुपये मूल्य की भूमि बांट दी गई. एक चौंकाने वाले खुलासे में, भूमि का मूल्यांकन आवंटन के समय के बाजार मूल्य पर किया गया और फिर बाजार दर पर 80 प्रतिशत की छूट देकर लाभार्थी के नाम पर स्थानांतरित कर दिया गया. इस तरह एक कनाल भूमि जिसकी कीमत एक करोड़ रुपये होनी चाहिए, 20 लाख रुपये में दे दी गई.(आईएएनएस इनपुट)