नई दिल्ली, 9 अक्टूबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शनिवार को दो दिवसीय भारत यात्रा पर आई डेनमार्क की अपनी समकक्ष मेटे फ्रेडरिकसन (Mette Frederickson) का राष्ट्रपति भवन में स्वागत किया. मोदी से मुलाकात के बाद फ्रेडरिकसन ने भारत को करीबी साझेदार करार देते हुए कहा कि यह यात्रा दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों के लिए मील का पत्थर साबित होगी.
फ्रेडरिकसन की भारत यात्रा राज्य या सरकार के प्रमुख की पहली यात्रा है क्योंकि पिछले साल की शुरुआत में महामारी की शुरुआत के बाद से कोविड -19 प्रतिबंध लगाए गए थे. राज्य या विदेश और संस्कृति मंत्री मीनाक्षी लेखी ने शुक्रवार को हवाई अड्डे पर डेनमार्क की प्रधानमंत्री की अगवानी की. यह भी पढ़े: प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड में ‘डबल इंजन’ सरकार के विकास कार्यों की सराहना की
अपने एजेंडे के तहत फ्रेडरिकसन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात करेंगी. विदेश मंत्रालय ने कहा कि डेनमार्क की प्रधानमंत्री की यात्रा बहुत महत्वपूर्ण है, यह बताते हुए कि यह हरित रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा करने का अवसर देगा, जिसका उद्देश्य पर्यावरणीय संकट को हल करने के लिए एक रूपरेखा तैयार करना है.
यह अक्षय ऊर्जा, पर्यावरण, अर्थव्यवस्था, जलवायु परिवर्तन और विज्ञान और प्रौद्योगिकी सहित क्षेत्रों में संलग्न होगा. भारत और डेनमार्क के बीच संबंध ऐतिहासिक रूप से सौहार्दपूर्ण रहे हैं क्योंकि नॉर्डिक देश एकमात्र ऐसा देश है जिसके साथ भारत की हरित रणनीतिक साझेदारी है जो भारत के जलवायु संकट की लड़ाई में हरित डेनिश समाधान की ओर ले जाती है.