Madhya Pradesh Cabinet Expansion: मध्य प्रदेश में सरकार गठन के करीब 12 दिन बाद राज्य में सरकार चलाने के लिए सोमवार को कैबिनेट का विस्तार हुआ. कैबिनेट के विस्तार में प्रधुम्न सिंह तोमर, प्रह्लाद सिंह पटेल, कैलाश विजयवर्गीय और विश्वास सारंग समेत 18 नेता कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली. वहीं, छह विधायकों को राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के तौर पर शपथ दिलाई गई. इसमें कृष्णा गौर, धर्मेंद्र लोधी ,दिलीप जायसवाल, गौतम टेटवाल, लखन पटेल और नारायण पवार शामिल हैं. इसके अलावा राधा सिंह, दिलीप अहिरवार, नरेंद्र शिवाजी पटेल, प्रतिमा बागरी को राज्य मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई.
शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में रखा गया था. जहां पर राज्यपाल मंगूभाई छगनभाई पटेलने सभी 28 विधायकों को एक-एक करके मंत्री पद की शपथ दिलाई. शपथ ग्रहण के दौरान राज्य के सीएम मोहन यादव और दोनों उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला राजभवन में मौजूद रहे. शपथ ग्रहण में बाद सभी नेताओं के चेहरे पर ख़ुशी दिखी. सभी ने बीजेपी के साथ ही पीएम मोदी का आभार जताया. यह भी पढ़े: MP CM Mohan Yadav Road Show: मुख्यमंत्री बनने के बाद सीएम मोहन यादव का उज्जैन में रोड शो, स्वागत में बड़ी संख्या में उमड़े लोग, देखें वीडियो
मध्य प्रदेश में कैबिनेट का विस्तार:
#WATCH | Madhya Pradesh Cabinet expansion: BJP leaders Kailash Vijayvargiya, Vishwas Sarang and other party MLAs take oath as Madhya Pradesh cabinet ministers in Bhopal
A total of 28 BJP leaders are taking oath as ministers. 18 leaders including Pradhuman Singh Tomar, Prahlad… pic.twitter.com/lBZfmyqkwR
— ANI (@ANI) December 25, 2023
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Madhya Pradesh Cabinet expansion: A total of 28 BJP leaders took oath as ministers. 18 leaders including Pradhuman Singh Tomar, Prahlad Singh Patel, Kailash Vijayvargiya and Vishwas Sarang took oath as cabinet ministers. 6 leaders took oath as Ministers of State (Independent… pic.twitter.com/mneF8nFMwG
— ANI (@ANI) December 25, 2023
वहीं मंत्रिमंडल गठन से पहले चौहान ने संवाददाताओं से बातचीत से पहले कहा कि मध्य प्रदेश का सौभाग्य है कि अटल जी की जयंती पर नई सरकार आकार ले रही है. इस मंत्रिमंडल में अनुभव की भट्टी में पके वरिष्ठ राजनेता और युवा जोश शामिल है. मंत्रिमंडल पूरी तरह संतुलित है और इसमें क्षेत्रीय आवश्यकताओं को भी ध्यान में रखा गया है.