नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण को रोकने के लिए गत 25 मार्च से तीन मई तक के लिए लागू देशव्यापी बंद (लॉकडाउन) को चरणबद्ध तरीके से हटाने के उपायों और कोरोना संक्रमण की मौजूदा स्थिति पर सोमवार को विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक कर चर्चा की. देश में कोरोना संकट की शुरुआत के बाद 22 मार्च से अब तक प्रधानमंत्री मोदी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चार बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक कर चुके हैं.
बैठक में मेघालय (Meghalaya) के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा (CM Conrad Sangma) ने राज्य में तीन मई के बाद भी लॉकडाउन को जारी रखने की बात कही है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि तीन मई के बाद मेघालय में संक्रमण से मुक्त इलाके के रूप में चिन्हित किये गये ‘ग्रीन जोन’ में ही लॉकडाउन से आंशिक छूट दी जायेगी.
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने देश में 25 मार्च से दो चरण में लॉकडाउन लागू किया है. इसके तहत पहले चरण में 24 मार्च को 21 दिन के लिए और दूसरे चरण में 14 अप्रैल को तीन मई तक 19 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की थी.
सूत्रों के अनुसार बैठक में हिस्सा ले रहे विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने उनके राज्य में कोरोना की मौजूदा स्थिति तथा लॉकडाउन के प्रभाव की जानकारी दी. इस दौरान देश को लॉकडाउन से चरणबद्ध तरीके से बाहर लाने के उपायों पर भी विचार विमर्श किया गया.
बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षवर्धन के अलावा प्रधानमंत्री कार्यालय एवं अन्य संबद्ध मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. इसके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन सहित विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री भी बैठक में हिस्सा ले रहे हैं.
संगमा ने ट्वीट कर कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह द्वारा आहूत वीडियो कांफ्रेंस बैठक में हमने कोरोना से अप्रभावित मेघालय के ग्रीन जोन क्षेत्रों के जिलों में तीन मई के बाद आंशिक छूट देने के अलावा राज्य के शेष इलाकों में लॉकडाउन जारी रखने की बात कही है.’’ बैठक में हिस्सा ले रहे तमाम राज्यों के मुख्यमंत्री मास्क लगाए नजर आये तो वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने हरे रंग के बॉर्डर वाले सफेद गमछे से मुंह को ढंका हुआ था. यह भी पढ़ें: तीन मई के बाद बढ़ेगा लॉकडाउन? मुख्यमंत्रियों से बैठक के बाद पीएम मोदी बोले- जो राज्य ज्यादा प्रभावित हैं वहां जारी रहेगी तालाबंदी
सरकार के सूत्रों ने रविवार को संकेत दिए थे कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों के बीच महामारी से निपटने के तरीकों पर चर्चा के अलावा, लॉकडाउन को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने के उपायों पर भी विचार विमर्श हो सकता है. उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिये प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोमवार को ट्वीट किया कि मोदी और मुख्यमंत्री कोविड-19 के हालात से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करेंगे.
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को रेडियो पर अपने मासिक संबोधन ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा था कि कोरोना संक्रमण के कारण देश में युद्ध जैसी स्थिति है. उन्होंने जोर दिया कि लोगों को सावधान रहने और सावधानी बरतने की जरूरत है।मोदी ने सावधानी बरतने पर जोर ऐसे समय दिया है जब केंद्र सरकार और राज्य आर्थिक गतिविधियों को फिर से बहाल करने के लिए लॉकडाउन मानदंडों में छूट दे रहे हैं.
उन्होंने कहा, मैं आपसे अति आत्मविश्वासी नहीं होने का आग्रह करता हूं. आपको अपने अति-उत्साह में यह नहीं सोचना चाहिए कि यदि कोरोना वायरस अभी तक आपके शहर, गांव, सड़क या कार्यालय तक नहीं पहुंचा है, तो यह अब नहीं पहुंचेगा. कभी भी ऐसी गलती न करें. दुनिया का अनुभव हमें इस संबंध में बहुत कुछ बताता है.
केंद्र और राज्य सरकारें आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने और लोगों को राहत प्रदान करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों को क्रमिक छूट दे रही हैं. हालांकि कुछ राज्य लॉकडाउन को तीन मई के बाद भी जारी रखने के इच्छुक हैं ताकि यह यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोरोना वायरस संक्रमण के मामले नियंत्रण में रहें.
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