Manipur Election 2022: मणिपुर में पहले चरण के लिए शाम 5 बजे तक 78.03 फीसदी हुआ मतदान
अनुकूल मौसम के बीच मतदान के निर्धारित समय सुबह सात बजे से काफी पहले ही बड़ी संख्या में युवा मतदाताओं सहित पुरुष और महिलाएं मतदान केंद्रों के सामने कतार में लग गए. मतदान शाम चार बजे तक जारी रहा. कुछ मतदान केंद्रों पर मतदाता आधिकारिक समय समाप्त होने तक कतारों में देखे गए.
इंफाल: मणिपुर (Manipur) में भारी सुरक्षा इंतजामों और हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बीच पहले चरण की 60 विधानसभा सीटों में से 38 पर सोमवार को 78.03 फीसदी मतदान हुआ. यह जानकारी चुनाव अधिकारियों ने दी. जिन पांच जिलों में पहले चरण का चुनाव हुआ था, उनमें से सबसे अधिक 82.19 प्रतिशत मतदाताओं ने इंफाल पश्चिम (Imphal West) और कांगपोकपी (Kangpokpi) जिलों में मतदान (Voting) किया, इसके बाद इंफाल पूर्व में 76.64 प्रतिशत, चुराचांदपुर में 74.45 प्रतिशत और बिष्णुपुर में 73.44 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया. Manipur Election 2022: मणिपुर में पहले चरण के लिए शाम 5 बजे तक 78.03 फीसदी हुआ मतदान
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि चुराचांदपुर जिले में दो प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प में कम से कम एक व्यक्ति घायल हो गया. इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम और कांगपोकपी जिलों के विभिन्न स्थानों पर भी झड़पों और हमलों की सूचना मिली, लेकिन सुरक्षा बलों ने अतिरिक्त बलों को जुटाकर स्थिति से तेजी से निपटा.
सिंघाट में कुछ लोगों ने एक ईवीएम को क्षतिग्रस्त कर दिया. हालांकि बाद में उसे बदल दिया गया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इंफाल पश्चिम जिले के लंगथबल निर्वाचन क्षेत्र के काकवा क्षेत्र में एक मतदान केंद्र को कथित रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया, जबकि केइराव सीट पर प्रतिद्वंद्वी समूह के सदस्यों ने नेशनल पीपुल्स पार्टी के एक उम्मीदवार के वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया, हालांकि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ.
कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवारों और नेताओं ने एक-दूसरे की पार्टी पर बूथों पर मतदाताओं को डराने, तोड़फोड़ करने और हिंसा का सहारा लेने के आरोप लगाए. अधिकारियों ने बताया कि फुनाल मरिंग मतदान केंद्र पर कुछ बदमाशों द्वारा फायरिंग की घटना हुई. हालांकि घटना के ब्योरे का अभी इंतजार है.
चुनाव अधिकारियों ने कहा कि मणिपुर पुलिस के हवलदार नौरेम इबोचौबा सिंह की काकिंग जिले में अपने सर्विस हथियार से अचानक गोली चल जाने से मौत हो गई.
अनुकूल मौसम के बीच मतदान के निर्धारित समय सुबह सात बजे से काफी पहले ही बड़ी संख्या में युवा मतदाताओं सहित पुरुष और महिलाएं मतदान केंद्रों के सामने कतार में लग गए. मतदान शाम चार बजे तक जारी रहा. कुछ मतदान केंद्रों पर मतदाता आधिकारिक समय समाप्त होने तक कतारों में देखे गए.
मणिपुर के राज्यपाल ला गणेशन, मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह, उपमुख्यमंत्री वाई जॉयकुमार, विधानसभा अध्यक्ष वाई खेमचंद, राज्य कांग्रेस अध्यक्ष एन लोकेन उन लोगों में शामिल थे, जिन्होंने सुबह में अपने-अपने मतदान केंद्रों पर वोट डाला.
बीरेन सिंह हिंगांग विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार पंगेइजम शरतचंद्र सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा पहले चरण के चुनाव में 30 से अधिक सीट हासिल करेगी.
सोमवार को पहले चरण के मतदान में 15 महिला उम्मीदवारों सहित 173 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला हुआ. उम्मीदवारों में मुख्यमंत्री और भाजपा उम्मीदवार एन. बीरेन सिंह, उनके कैबिनेट सहयोगी थोंगम विश्वजीत सिंह, एनपीपी उम्मीदवार और उपमुख्यमंत्री युमनाम जॉयकुमार सिंह, वरिष्ठ भाजपा नेता थोकचोम सत्यब्रत सिंह, कांग्रेस के रतनकुमार सिंह, लोकेश्वर सिंह, शरतचंद्र सिंह और पार्टी की मौजूदा विधायक अकोइजम मीराबाई देवी शामिल हैं.
फायरब्रांड महिला नेता और जनता दल (यूनाइटेड) के उम्मीदवार थौनाओजम बृंदा, जो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) थे, यास्कुल निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं.
मतदानकर्मियों और मतदाताओं ने कोविड-19 प्रोटोकॉल - फेस मास्क, सैनिटाइटर, सोशल डिस्टेंसिंग और थर्मल स्क्रीनिंग का विधिवत पालन किया. चुनाव आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इन 38 विधानसभा क्षेत्रों में 10,041 शारीरिक रूप से विकलांग मतदाता (पीडब्ल्यूडी) हैं और 251 सौ साल की उम्र पार कर चुके मतदाता हैं. अधिकारी ने बताया कि 381 मतदान केंद्रों का प्रबंधन पूरी तरह से महिला मतदानकर्मियों ने किया.