अजित पवार को एक और झटका ? चारों लापता विधायकों के शरद पवार खेमे में वापसी के संकेत- मुंबई लौटे 3 MLA
अजित पवार के खेमे वाले इन दो नेताओं की मुंबई वापसी अजित पवार के लिए बड़ा झटका हो सकती है. वहीं दूसरी तरफ एनसीपी नेता नवाब मलिक ने दावा किया कि हमारे 52 विधायक वापस आ गए हैं, एक और विधायक हमारे संपर्क में हैं.
मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) के सियासी संघर्ष के तस्वीर बड़ी तेजी से बदल रही है. इस बीच एनसीपी के जो विधायक लापता बताए जा रहे थे, उन 4 में से तीन विधायक मुंबई वापस आ आ गए हैं. एनसीपी के अनिल पाटिल और दौलत दरोडा दिल्ली से मुंबई वापस पहुंच गए हैं. दोनों विधायक हरियाणा के गुरुग्राम में एक होटल में ठहरे हुए थे. इसके अलावा नितिन पवार भी रविवार रात मुंबई पहुंच चुके हैं. एक अन्य विधायक दिल्ली में पार्टी की निगरानी में सुरक्षित स्थान पर हैं. अजित पवार के खेमे वाले इन दो नेताओं की मुंबई वापसी अजित पवार के लिए बड़ा झटका हो सकती है. वहीं दूसरी तरफ एनसीपी नेता नवाब मलिक ने दावा किया कि हमारे 52 विधायक वापस आ गए हैं, एक और विधायक हमारे संपर्क में हैं. कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना ने अपने-अपने विधायकों को सुरक्षा के साथ होटलों में ठहराया है. तीनों पार्टियां अजित पवार और बीजेपी से पार्टी विधायकों को दूर रखना चाहती है, सभी को विधयाकों के टूटने का डर है.
एनसीपी में शरद पवार और अजित पवार दो खेमे बन गए हैं. सोमवार को शरद पवार और अजित पवार के बीच टि्वटर वार के सवाल पर एनसीपी नेता छगन भुजबल ने कहा, 'दो पार्टियां बन गई हैं. पवार साहब भी अपने विचार उनकी (अजित पवार) तरह रख रहे हैं. लोग समझेंगे कि क्या सही है और क्या गलत?'
अजित पवार के समर्थकों के वापसी-
महाराष्ट्र में सोमवार का दिन बेहद महत्वपूर्ण है. महाराष्ट्र सरकार गठन मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुबह 10.30 सुनवाई होगी. शिवसेना (Shiv Sena), एनसीपी (NCP) और कांग्रेस ने (Congress) ने सुप्रीम कोर्ट में राज्यपाल कोश्यारी के फैसले के खिलाफ याचिका दायर की है. याचिका में बीजेपी सरकार को बर्खास्त कर 24 घंटे में फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की गई.
NCP में 52 विधायक-
सुप्रीम कोर्ट में इससे पहले मामले में रविवार को भी सुनवाई हुई. इस मामले में केंद्र, महाराष्ट्र, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) और उपमुख्यमंत्री अजित पवार (Ajit Pawar) को नोटिस जारी किया. सोमवार को राज्यपाल द्वारा राष्ट्रपति को राष्ट्रपति शासन हटाने की सिफारिश करने वाला पत्र पेश करना होगा. इसके अलावा देवेंद्र फडणवीस से सरकार बनाने का दावा करने के लिए विधायकों के समर्थन की चिट्ठी मांगी गई है. सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की पीठ अब सोमवार को सुबह 10.30 बजे मामले की सुनवाई करेगी. उसके बाद उचित आदेश जारी हो सकता है.