महाराष्ट्र की विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (BJP) को एक बड़ा झटका लगा. वरिष्ठ बीजेपी नेता एकनाथ खडसे (Eknath Khadse) ने चीफ शरद पवार (Sharad Pawar) की मौजूदगी में में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में शामिल हो गए. जैसे ही एकनाथ खडसे ने एनसीपी ज्वाइन किया ठीक उनके कई समर्थक भी NCP में शामिल हो गए. बीजेपी के कद्दावर नेता एकनाथ खडसे ने बुधवार को पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया. एकनाथ खडसे और बीजेपी नेता और पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस से नहीं पटती थी. दोनों नेताओं में कई बार जुबानी जंग भी हुई थी. एक दूसरे पर तंज कसा करते थे. बता दें कि एकनाथ खडसे दाऊद इब्राहिम संग फोन पर चार बार बात करने के आरोपों के बाद विवादों में घिर गए थे. जिसके बाद उन्हें मंत्रीपद से इस्तीफा देना पड़ा था.
वहीं एकनाथ खडसे को साल 2019 विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं दिया गया. एकनाथ खडसे को यह अपना अपमान लगा और उन्होंने पार्टी के खिलाफ बोलना शुरू कर दिया. इसी दौरान उन्होंने कहा था कि शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी या कांग्रेस किसी ने भी मेरे खिलाफ जांच की मांग नहीं की. इसके बावजूद बीजेपी ने उन्हें नीचा दिखाया. इसके बाद ही से उनके निशाने पर देवेंद्र फडणवीस थे. यह भी पढ़ें:- Maharashtra Govt: महाराष्ट्र सरकार का बड़ा ऐलान, राज्य के बारिश प्रभावित हिस्सों के लिए दस हजार करोड़ का ऐलान.
ANI का ट्वीट:-
Maharashtra: Eknath Khadse joins NCP (Nationalist Congress Party), in presence of party chief Sharad Pawar in Mumbai. pic.twitter.com/43aKjIpCmW
— ANI (@ANI) October 23, 2020
एक दौर था जब बीजेपी में बोलती थी तूती
एकनाथ खडसे राज्य में बीजेपी के उन कद्दावर नेताओं में से एक थे, जिनके पास जमीनी स्तर पर व्यापक समर्थन हासिल था. उनकी बहू रक्षा निखिल खडसे ने रावेर संसदीय सीट से भाजपा के सांसद के रूप में दो बार साल 2014-2019 चुनाव जीता. एकनाथ खडसे काफी लोकप्रिय ओबीसी नेता हैं. वहीं एकनाथ खडसे को गोपीनाथ मुंडे की मौत के बाद महाराष्ट्र में बीजेपी के ओबीसी का सबसे बड़ा चेहरा माने जाते रहे हैं. ऐसे में खडसे का जाना बीजेपी के लिए एक बड़ा झटका भी है.