मुंबई: बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे (Raosaheb Danve) का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. इस वीडियो में दानवे अपने सम्मान समारोह के दौरान एक कार्यकर्ता को लात मारते नजर आ रहे हैं. इस घटना ने विपक्षी पार्टियों को दानवे पर निशाना साधने का मौका दे दिया है, और यह मामला अब पूरे राज्य में चर्चा का विषय बन गया है.
बताया जा रहा है कि दानवे के पुराने साथी और पूर्व मंत्री अर्जुन खोतकर उनसे भोकरदन स्थित आवास पर मिलने पहुंचे थे. इस मुलाकात के दौरान दानवे खोतकर का सम्मान कर रहे थे, तभी एक कार्यकर्ता, जिसका नाम शेख अहमद है, फोटो फ्रेम में आने लगा. अचानक, दानवे ने उसे हल्के से लात मार दी, जिससे वह फ्रेम से बाहर हो गया. किसी ने इस घटना को मोबाइल में कैद कर लिया, और वीडियो वायरल होने के बाद इसे लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आने लगीं.
देखें बीजेपी नेता का वीडियो
Shameful Act 🚨By Maharashtra BJP leader Raosaheb Dadarao Danve
The Way he is Kicking the Common Man, BJP should also be Kicked out from Maharashtra like this...
No Respect for Human Being pic.twitter.com/5r3R2iC8A0
— Harmeet Kaur K (@iamharmeetK) November 11, 2024
विपक्ष की कड़ी आलोचना
वीडियो के वायरल होते ही विपक्षी दलों ने इस घटना की कड़ी आलोचना शुरू कर दी. शिवसेना (UBT) के जिला प्रमुख भास्कर आंबेकर ने इस घटना को लेकर कहा, “अगर महाराष्ट्र के नेता अपने कार्यकर्ताओं को इस तरह का बर्ताव कर रहे हैं, तो यह सोचने का विषय है कि राज्य किस दिशा में जा रहा है. जनता को ऐसे नेताओं के आचरण पर ध्यान देना चाहिए.”
कार्यकर्ता का स्पष्टीकरण: "हमारी 30 साल की दोस्ती है"
इस घटना के बाद जिस कार्यकर्ता को लात मारी गई, उस शेख अहमद ने इस मामले में सफाई दी और कहा कि यह घटना गलत तरह से प्रस्तुत की जा रही है. शेख अहमद ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा, “दानवे साहब और मेरी 30 साल की दोस्ती है. हम एक-दूसरे को लंबे समय से जानते हैं, और हमारे बीच पारिवारिक संबंध हैं. जैसे ही दानवे साहब एयरपोर्ट से आते हैं, वह मुझे बुलाते हैं और हम साथ में खाना खाते हैं.”
शेख अहमद ने बताया कि दरअसल, दानवे साहब की शर्ट पीछे से अटकी हुई थी. अहमद ने उन्हें कान में यह बात बताई, लेकिन शायद दानवे साहब ने उसे ठीक से नहीं समझा और अचानक प्रतिक्रिया में उन्होंने लात मार दी. अहमद का कहना है कि विरोधी पार्टियां इस मामले को गलत ढंग से पेश कर रही हैं और झूठी बातें फैला रही हैं. इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं.