मध्यप्रदेश सियासी संकट: कांग्रेस को सरकार बचने का भरोसा, शोभा ओझा बोलीं- सिंधिया के साथ गए MLA भी हमारे साथ, बीजेपी के विधायकों से भी हो रही है बात
कांग्रेस नेता शोभा ओझा ने कहा हमारे पास पर गिनती है जो हम विधानसभा के पटल पर साबित कर देंगे, नंबर की कोई कमी नहीं है. बेंगलुरु वाले विधायक हमारे साथ हैं, वो कांग्रेस के साथ हैं. विधानसभा में हम अपना बहुमत सिद्ध करेंगे.
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने कांग्रेस का दामन छोड़ा दिया है. अब वे बीजेपी में शामिल होंगे. सिंधिया के कांग्रेस से बगावत के बाद उनके खेमें के 22 विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया. इसके बाद मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई. लेकिन कांग्रेस को अभी भी भरोसा है की वे सरकार बचाने में कामयाब रहेंगे. कांग्रेस के 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद भी पार्टी का कहना है कि इसका सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा. मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेता शोभा ओझा (Shobha Ojha) का कहना है कि निर्दलीय सहित सभी कांग्रेस विधायक साथ हैं. उन्होंने कहा कि बेंगलुरु वाले विधायक भी उनके साथ हैं और ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ गए विधायक भी हमारे साथ हैं. उन्होंने कहा, हमारे पास नंबर है. सरकार को कोई खतरा नहीं.
कांग्रेस नेता शोभा ओझा ने कहा हमारे पास पर गिनती है जो हम विधानसभा के पटल पर साबित कर देंगे, नंबर की कोई कमी नहीं है. बेंगलुरु वाले विधायक हमारे साथ हैं, वो कांग्रेस के साथ हैं. विधानसभा में हम अपना बहुमत सिद्ध करेंगे. बीजेपी के विधायक भी हमारे टच में हैं. शोभा ओझा ने कहा, कुल 4 निर्दलीय विधायक हैं, चारों हमारे साथ हैं. विधायक सभी हमारे साथ हैं जो सिंधिया जी के साथ गए हैं वो भी हमारे साथ हैं क्योंकि वो समझ रहे हैं कि एक व्यक्ति की महत्वकांक्षा के चलते उन सबके भविष्य दांव पर हैं.
कांग्रेस को विधायकों पर भरोसा-
इससे पहले मध्यप्रदेश कांग्रेस विधायक अर्जुन सिंह ने कहा, 'कांग्रेस और कमलनाथ सरकार बरकरार रहेगी. आप 16 मार्च को देखेंगे की विधायकों की संख्या समान है. ज्योतिरादित्य सिंधिया के जाने से कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा. राजा-महाराजा का जमाना बीत चुका है.'
कांग्रेस ने कहा हम एक जुट
इस बीच राज्य के सियासी हालात पर मध्यप्रदेश कांग्रेस ने कहा, 'पूरी कांग्रेस एक है. मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ जी के नेतृत्व में बनी कांग्रेस सरकार पूरी तरह से एकजुट और सुरक्षित है. बीजेपी की "फूट डालो, राज करो" की साजिश कभी कामयाब नहीं होगी. हमारे सभी विधायक प्रदेश की जनता के प्रति जवाबदारी, अपना फर्ज और नैतिकता समझते हैं.'
राज्य में चल रहे पूए सियासी उलटफेर के बीच अब बीजेपी को अपने विधायकों के पाला बदलने का डर सता रहा है. इसी के मद्देनजर बीजेपी ने अपने विधायकों को गुरुग्राम शिफ्ट कर दिया है. वहीं कांग्रेस अपने बचे हुए विधायकों को जयपुर शिफ्ट करने की तैयारी में है. एक ओर बीजेपी और कांग्रेस दोनों को विधायक टूटने का डर है तो आवहिं दूसरी ओर दोनों पार्टियां पार्टी की मजबूत स्थिति का दावा भी कर रहीं हैं.