Madhya Pradesh Bypolls 2020: एमपी उपचुनाव में होगा सिंधिया बनाम पायलट का मुकाबला, दो अच्छे दोस्त होंगे आमने-सामने
मध्य प्रदेश में होने वाले आगामी 28 विधानसभा उपचुनाव के मद्देनजर कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही अपनी तरफ से पूरी कोशिश जीत के लिए कर रही हैं. सूबे में होने वाले उपचुनाव के दौरान अधिकांश सीटों पर जहां वोट डाले जाएंगे वह सचिन पायलट के दोस्त और पूर्व कांग्रेसी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ ग्वालियर-चंबल (Gwalior-Chambal region) में आती हैं. यही कारण है कि कांग्रेस ने सिंधिया से सीधा मुकाबला करने के लिए उनके जिगरी दोस्त सचिन पायलट को चुना है.
नई दिल्ली, 22 सितंबर. मध्य प्रदेश में होने वाले आगामी 28 विधानसभा उपचुनाव (Madhya Pradesh By Election) के मद्देनजर कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) दोनों ही अपनी तरफ से पूरी कोशिश जीत के लिए कर रही हैं. सूबे में होने वाले उपचुनाव के दौरान अधिकांश सीटों पर जहां वोट डाले जाएंगे वह सचिन पायलट (Sachin Pilot) के दोस्त और पूर्व कांग्रेसी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के गढ़ ग्वालियर-चंबल (Gwalior-Chambal Region) में आती हैं. यही कारण है कि कांग्रेस ने सिंधिया से सीधा मुकाबला करने के लिए उनके जिगरी दोस्त सचिन पायलट को चुना है.
बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया अब बीजेपी में शामिल हो चुके अहिं और राज्यसभा सांसद हैं. ऐसे में इन चुनावों में उनकी साख दांव पर लगी हुई है. दरअसल राज्य में बीजेपी सरकार को बनाने में सिंधिया का अहम रोल है. उनके साथ आए 25 कांग्रेस विधायकों के इस्तीफा देकर बीजेपी में आने के चलते ये सीटें खाली हुई हैं. ऐसे में ग्वालियर-चंबल की इन सीटों पर होने वाले चुनाव को कांग्रेस ने पायलट बनाम सिंधिया कर दिया है. वैसे दोनों ही नेताओं की दोस्ती के किस्से जगजाहिर हैं. पायलट के जरिए कांग्रेस इन इलाकों में फायदा हासिल करना चाहती है. यह भी पढ़ें-MP Bypolls 2020: उपचुनाव से पहले ये बड़ा फैसला लेकर CM शिवराज ने कांग्रेस को किया चेक-मेट, अब क्या करेंगे कमलनाथ?
उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश की 230 सदस्यों वाली विधानसभा में 28 सीटें खाली हैं. जिसमें 25 सीटें कांग्रेस विधायकों द्वारा इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के चलते रिक्त हुई हैं. जबकि दो सीटें कांग्रेस विधायकों के निधन और एक बीजेपी विधायक के निधन के कारण खाली हुई हैं. हालांकि अब तक चुनाव आयोग की तरफ से मध्य प्रदेश उपचुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं हुई है.