लोकसभा चुनाव 2019 में ऐसा पहली बार होगा जब कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) दो जगहों से चुनाव लड़ेंगे. कुछ दिनों पहले कांग्रेस ने घोषणा किया था कि राहुल गांधी अमेठी के अलावा केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ेंगे. एक तरफ बीजेपी (BJP) से अमेठी में जहां स्मृति ईरानी उन्हें टक्कर देने वाली हैं. वहीं दूजी तरफ बीजेपी ने केरल की वायनाड (Wayanad) सीट से भारत धर्म जन सेना (Bharat Dharma Jana Sena) के प्रमुख तुषार वेल्लापल्ली (Thushar Vellappally) वायनाड से उम्मीदवार बनाकर मैदान में उतारा है. माना जा रहा है कि राहुल गांधी को दोनों जगहों से कड़ी टक्कर मिलने वाली है.
बीजेपी अमित शाह ने ट्वीट कर लिखा था कि, मैं गर्व के साथ घोषणा करता हूं कि वायनाड से भारत धर्म जनसेना के श्री तुषार वेल्लाप्पली राजग उम्मीदवार होंगे. जोश से लबरेज एक युवा नेता, वह विकास और सामाजिक न्याय की हमारी प्रतिबद्धता का प्रतिनिधित्व करते हैं. उनके साथ, राजग केरल के राजनीतिक विकल्प के रूप में उभरेगा.
I proudly announce Shri Thushar Vellappally, President of Bharat Dharma Jana Sena as NDA candidate from Wayanad.
A vibrant and dynamic youth leader, he represents our commitment towards development and social justice. With him, NDA will emerge as Kerala's political alternative.
— Chowkidar Amit Shah (@AmitShah) April 1, 2019
जानें कौन हैं तुषार वेल्लापल्ली
एनडीए के वायनाड सीट से भारत धर्म जन सेना के अध्यक्ष तुषार वेल्लापल्ली से उम्मीदवार हैं. तुषार वेल्लापल्ली केरल के पिछड़ी जातियों में से एक इझावा समुदाय के कल्याण के लिए काम करने वाली धर्म परिपल्लना योगम के महासचिव के बेटे हैं. जूनियर वेल्लापल्ली हाई प्रोफाइल एसएनडीपी योगम के महासचिव वेल्लापल्ली नत्सन के बेटे हैं जिन्होंने 2015 में बीडीजेएस को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. साल 2015 में वेल्लापल्ली नातेसन ने भारत धर्म जन सेना का गठन किया था.
गौरतलब हो कि केरल से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने कुछ दिनों पहले ही मीडिया से चर्चा के दौरान यह घोषणा की. उन्होंने कहा था कि गांधी ने प्रदेश इकाई के अनुरोध के बाद वायनाड से लड़ने पर सहमति जताई है. इस फैसले को कांग्रेस की तरफ से दक्षिण भारत, खासकर केरल में पार्टी के जनाधार को मजबूत करने के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है जहां लोकसभा की 20 सीटें हैं. तमिलनाडु में लोकसभा की 39 सीटें हैं जबकि कर्नाटक में 28 सीटें हैं.