लोकसभा चुनाव 2019: वेल्लोर में चुनाव रद्द किए जाने की खबर झूठी, EC ने नहीं जारी किया कोई आदेश
चुनाव आयोग ने मंगलवार को कहा है कि उसने तमिलनाडु के वेल्लोर सीट पर लोकसभा चुनाव रद्द कराने को लेकर अब तक कोई आदेश जारी नहीं किया है. दरअसल कई मीडिया रिपोर्टों में दावा किया जा रहा था कि वेल्लोर लोकसभा क्षेत्र से डीएमके (DMK) उम्मीदवार के पास से भारी मात्रा में नकदी बरामद होने के बाद यहां मतदान रद्द हो सकता है.
नई दिल्ली: चुनाव आयोग (Election Commission) ने मंगलवार को कहा है कि उसने तमिलनाडु (Tamil Nadu) के वेल्लोर (Vellore) सीट पर लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) रद्द कराने को लेकर अब तक कोई आदेश जारी नहीं किया है. दरअसल कई मीडिया रिपोर्टों में दावा किया जा रहा था कि वेल्लोर लोकसभा क्षेत्र से डीएमके (DMK) उम्मीदवार के पास से भारी मात्रा में नकदी बरामद होने के बाद यहां मतदान रद्द हो सकता है.
चुनाव आयोग ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि ऐसा कोई आदेश अभी तक जारी नहीं किया गया है. ऐसी खबर थी की चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर वेल्लोर सीट पर चुनाव स्थगित करने की सिफारिश की है. चूंकि लोकसभा चुनाव की अधिसूचना राष्ट्रपति जारी करते हैं, ऐसे में चुनाव रद्द करना भी उन्हीं के अधिकार क्षेत्र में आता है.
डीएमके उम्मीदवार के कार्यालय से कुछ दिन पहले कथित रूप से भारी मात्रा में नकदी बरामद हुई थी. जिला पुलिस ने डीएमके कैंडिडेट कातिर आनंद और पार्टी के दो अन्य पदाधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था. यह केस 10 अप्रैल को आयकर विभाग की एक रिपोर्ट के आधार पर दर्ज की गई थी. आनंद के खिलाफ जनप्रतिनिधि कानून के तहत केस दर्ज की गई है. उनपर आरोप है कि उन्होंने नामांकन पत्र में गलत जानकारी दी है. दो अन्य श्रीनिवासन और दामोदरन पर रिश्वत के आरोप हैं.
उधर, डीएमके (द्रमुक) कोषाध्यक्ष एम दुरईमुरुगन ने वेल्लोर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे अपने पुत्र के परिसरों पर आयकर छापों की आलोचना करते हुए रविवार को कहा कि कोई आपत्तिजनक दस्तावेज नहीं मिले और यह केंद्र और तमिलनाडु सरकार का व्यक्तिगत प्रतिशोध निकालने का एक प्रयास था. गौरतलब हो कि वेल्लोर सीट पर दूसरे चरण यानि 18 अप्रैल को मतदान होने हैं.