नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान मंगवार को संपन्न हो गया. इस बीच चुनाव आयोग ने कांग्रेस को झटका देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बैन करने से मना कर दिया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चुनाव आयोग ने कांग्रेस की पीएम मोदी के प्रचार पर 72 घंटे की पाबंदी लगाने वाली मांग को खारिज कर दिया है.
चुनाव आयोग ने क्लीन चिट देते हुए कहा है कि पीएम मोदी का भाषण, रोड शो आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है. आपको बता दें कि कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने अपना वोट डालने के बाद एक रोड शो कर और राजनीतिक बयान देकर चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया. कांग्रेस की शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने अहमदाबाद जिला चुनाव अधिकारी को इसकी जांच करने का आदेश दिया था.
पीएम मोदी ने मंगलवार सुबह अपना वोट डालने के लिए अहमदाबाद के रानिप इलाके में मतदान केंद्र तक खुली जीप में गए. जीप के गुजरने पर लोग सड़क के दोनों ओर जमा हो गए. मोदी ने अहमदाबाद में मतदान करने के बाद मतदान केंद्र से कुछ दूर पैदल चलकर मीडियाकर्मियों से बातचीत की.
कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने बीजेपी पीएम मोदी पर आचार संहिता का उल्लंघन का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से उन पर 72 घंटे की पाबंदी लगाने की मांग की. कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल में अभिषेक मनु सिंघवी, जयराम रमेश और के राजू शामिल थे.
सिंघवी ने आयोग कार्यालय के बाहर संवाददाताओं से कहा था, ‘‘प्रधानमंत्री उच्च पद पर हैं. बड़ा पद, बड़ी जिम्मेदारी. हमने चुनाव आयोग को बताया कि जिम्मेदारी का ध्यान रखने के बजाय प्रधानमंत्री बार - बार आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं.’’
उन्होंने कहा , ‘‘हमारा अनुमान सही रहा क्योंकि आज मतदान के बाद प्रधानमंत्री ने लंबा रोड शो किया, भाषण दिये और मतदान के तत्काल बाद राजनीतिक बयान दिये.’’
उन्होंने आरोप लगाया कि आदर्श आचार संहिता का इतना स्पष्ट उल्लंघन कभी नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के खिलाफ तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए और उन्हें 48 या 72 घंटे के लिए प्रचार करने से रोक देना चाहिए.