लखनऊ. उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने मंगलवार को कहा कि आतंकवाद केवल भारत की ही नहीं, पूरी विश्व की समस्या है। उन्होंने कहा कि मानवता की दृष्टि से आतंकवाद एक कलंक है। नाईक यहां पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर आयोजित एक श्रद्धांजलि कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। नाईक ने कहा, "पुलवामा में आतंकी हमला, महाराष्ट्र में नक्सली हमला देश की बाह्य एवं आतंरिक सुरक्षा करने वालों के लिए एक चुनौती का कार्य है। अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए हमारे सैनिक एवं सुरक्षा बल के अनेक जवान शहीद हुए हैं। इसी प्रकार न्यूजीलैण्ड में एक मस्जिद तथा श्रीलंका में चर्च एवं होटल में हुए हमले में अनेक बेगुनाह नागरिकों की मौत दुखदायी है।"
उन्होंने कहा कि मानवता की दृष्टि से इस कलंक को कैसे मिटाया जाए, इस चुनौती को जड़ से कैसे समाप्त करें, पूरा विश्व एकजुट होकर इस पर विचार करें।
राज्यपाल ने कहा, "पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की कार्यशैली को लोकसभा के सदस्य के नाते नजदीक से देखने का अवसर मिला है। भारत के तकनीकी विकास को उनके कार्यकाल में गति मिली। पूर्व प्रधानमंत्री ने मतदाता की न्यूनतम उम्र 21 वर्ष से घटाकर 18 वर्ष की, ताकि युवाओं को मतदान का अधिकार देकर जनतंत्र में भागीदार बनाया जा सके। राजीव गांधी ने विकास की चर्चा करते हुए कहा था कि दिल्ली से विकास के लिए दिया गया एक रुपया अन्तिम स्थान तक पहुंचते-पहुंचते केवल 15 पैसे रह जाता है।"
नाईक ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री की पुण्यतिथि मनाने का क्या उद्देश्य है, उसे हमें इस भूमिका में विचार करने की आवश्यकता है।
नाईक ने कहा, "विश्व के सबसे बड़े जनतांत्रिक देश भारत में मतदान प्रक्रिया पूरी हो गई है। 23 मई को मतगणना होगी। चुनाव में हार-जीत होती है। ऐसे में राजनैतिक पार्टियां, प्रत्याशी एवं कार्यकर्तागण अपनी विजय को गरिमा एवं सम्मान से लें और पराजय से निराश न होकर भविष्य में नई भूमिका से तैयारी करें। चुनाव के नतीजे को शांति से स्वीकार करें। स्वयं पर संयम रखना कठिन काम है, पर कठिन काम करने में ही पुरुषार्थ होता है।" उन्होंने प्रदेश की जनता का शांति-व्यवस्था बनाए रखने की अपील की।
इस दौरान राज्यपाल ने राजभवन के समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों को आतंकवाद रोधी दिवस पर मानव जाति के सभी वर्गों के बीच शांति, सामाजिक सद्भाव कायम करने तथा मानव जीवन मूल्यों को खतरा पहुंचाने वाली और विघटनकारी शक्तियों का विरोध करने की शपथ दिलाई।