नई दिल्ली: चुनाव नजदीक आते ही तमाम पार्टियां माहौल बनाना शुरू कर देती है. बीजेपी जहां राम मंदिर की बात करती है और चुनाव खत्म होते ही मंदिर का मुद्दा ठंडे बक्से में डाल देती है. जिसकी अक्सर आलोचना भी होती है. बताना चाहते है अगले साल देश में लोकसभा के चुनाव होने वाले है. जिसकी तैयारी सभी पार्टियों ने शुरू कर दी है. इसी कड़ी में अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव मंदिर राजनीति में कूद गए है. उन्होंने आज ऐलान किया कि भगवान विष्णु का नगर विकसित किया जाएगा. जिसमें भव्य मंदिर होगा और यह मंदिर कंबोडिया के अंकोरवाट मंदिर की ही तरह होगा.
सपा प्रमुख और यूपी के पूर्व सीएम ने कहा, 'हम भगवान विष्णु के नाम पर लायन सफारी (इटावा) के निकट 2000 एकड से अधिक भूमि पर नगर विकसित करेंगे. हमारे पास चंबल के बीहडों में काफी भूमि है. नगर में भगवान विष्णु का भव्य मंदिर होगा. यह मंदिर कंबोडिया के अंगकोरवाट मंदिर की ही तरह होगा.' उनका यह बयान ऐसे समय आया है, जब सूबे के उप- मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर राम मंदिर का मुद्दा छेड़ा है.
हालांकि राम मंदिर मुद्दे पर सीधा जवाब देने से बचते हुए यूपी के पूर्व सीएम ने वादा किया कि अगर सत्ता में आये तो भगवान विष्णु का एक नगर निश्चित तौर पर विकसित किया जाएगा, जिनके अवतार भगवान राम और भगवान कृष्ण थे. अध्ययन के लिए विशेषज्ञों की टीम कंबोडिया भेजी जाएगी.
भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए सपा प्रमुख ने इसे षडयंत्रकारियों की पार्टी बताया जो जमीनी स्तर पर कुछ नहीं करती है और वोट के लिए जनता को बेवकूफ बनाती है.