प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं कर्नाटक के भाई-बहनों को समर्थन देने के लिए धन्यवाद देता हूं. कर्नाटक की जनता ने विकास के एजेंडा का समर्थन किया, जिसके चलते भाजपा राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. मैं उन कार्यकर्ताओं को भी धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने दिन-रात मेहनत की और पार्टी के लिए काम किया.
Karnataka Assembly Elections Results 2018 LIVE NEWS UPDATES: प्रधानमंत्री मोदी ने जनता और कार्यकर्ताओं को जीत दिलाने के लिए शुक्रिया कहा
एग्जिट पोल के मुताबिक कांग्रेस-बीजेपी दोनों को ही सरकार बनाने के लिए जेडीएस की मदत लेनी पड़ेगी. हालांकि जेडीएस प्रमुख में अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले है.
नई दिल्ली: कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2018 के लिए मतदान शनिवार को खत्म हुआ. जिसके बाद कई एग्जिट पोल सामने आये. बता दें कि एग्जिट पोल्स में कुछ में बीजेपी तो कुछ में कांग्रेस बड़ी पार्टी बनकर सामने आयी. साथ ही जेडीएस किंग मेकर की भूमिका में नजर आयी. एग्जिट पोल के मुताबिक कांग्रेस-बीजेपी दोनों को ही सरकार बनाने के लिए जेडीएस की मदत लेनी पड़ेगी. हालांकि जेडीएस प्रमुख में अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले है. उन्होंने नतीजों का इंतजार करने के लिए कहा है. बता दें कि 224 सदस्यीय विधानसभा की 222 सीटों के लिए वोट डाले गए. चुनाव आयोग से प्राप्त जानकारी के अनुसार कर्नाटक में इस बार 72.13 फीसदी वोट डाले गए. जबकि वर्ष 2013 में 71.4 फीसदी मतदान हुआ था.आज चुनाव नतीजे आएंगे. कौन बाजी मारेगा इसपर सभी पार्टियों की नजर है.
इस चुनाव में 2600 से अधिक उम्मीदवार ने चुनाव लड़ा जिसके भाग्य का फैसला आज हो जाएगा. इस बार के चुनाव प्रचार में स्थानीय मुद्दों से ज्यादा निजी आरोप-प्रत्यारोप का बोलाबाला दिखाई दिया था. बताना चाहते है कि 2 सीटों पर मतदान स्थगित कर दिया गया था. क्योंकि एक सीट पर मतदान भाजपा प्रत्याशी और वर्तमान विधायक बीएन विजयकुमार के निधन के चलते स्थगित हुआ था तो दूसरी जगह फर्जी वोटर आइडी कार्ड मिलने के कारण आरआर नगर सीट पर चुनाव टाल दिया गया था, जानकारी के अनुसार अब यहां 28 मई को चुनाव होगा और परिणाम 31 मई को आएगा.
जानकारी के अनुसार सबसे अधिक 89.97 प्रतिशत मतदान बेंगलुरू ग्रामीण जिले के होसाकोट में दर्ज किया गया, जबकि सबसे कम 48.03 प्रतिशत मतदान बेंगलुरू शहरी में दसाराहल्ली में दर्ज किया गया. इसके साथ ही कोलार जिले के श्रीनिवासपुर (88.40), चिकबल्लापुर (87.86), चामराजनगर के गुंडलूपेट (87.50), और हासन के आकुल (87.32) में भी मतदान का प्रतिशत ज्यादा रहा.
बताना चाहते है कि वर्ष 1985 के बाद से कर्नाटक में कोई भी दल लगातार दूसरी बार सत्ता में नहीं आ पाया है. उस साल रामकृष्ण हेगड़े की अगुवाई में जनता दल फिर सत्ता पर काबिज हुई थी.