गोवा के राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik) ने मंगलवार को कहा कि बिहार में कुत्तों, घोड़ों और यहां तक कि छड़ियों के नाम पर भी जमीन का पंजीकरण हुआ है. मलिक 2017-18 के दौरान बिहार के राज्यपाल थे. उन्होंने कहा बिहार में 1950 में जमींदारी उन्मूलन अधिनियम, उत्तर प्रदेश की तरह ठीक ढंग से लागू नहीं हो पाया. मलिक ने 70वें संविधान दिवस पर यहां गोवा विश्वविद्यालय मैदान में आयोजित समारोह में कहा, सबसे बेहतर तरीके से जमींदारी उन्मूलन अधिनियम उत्तर प्रदेश में लागू हुआ.
मैं बिहार में राज्यपाल था. इसके बिहार में लागू होने के बारे में क्या कहा जाए. वहां तो कुत्तों, और घोड़ों यहां तक कि छड़ियों के नाम पर भी जमीन का रिकॉर्ड है. आज भी कुछ जमींदारों के पास पांच हजार बीघा तक जमीन है. राजस्व का रिकॉर्ड सही स्थिति में नहीं है.
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मलिक 30 सितंबर 2017 से लेकर 21 अगस्त 2018 तक बिहार के राज्यपाल थे. बिहार के बाद वह जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रहे और इस समय गोवा के राज्यपाल हैं.