BREAKING: पहली बार चुनावी बॉन्ड का आंकड़ा सार्वजनिक! भाजपा को मिला सबसे ज्यादा चंदा, 15वें नंबर पर 'आप'
नावी बॉन्ड को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राजनीतिक पार्टियों को मिले धन की जानकारी सामने आई है. भाजपा को सबसे ज्यादा राशि मिली है, जबकि कांग्रेस काफी पीछे है. यह आंकड़ा देश की राजनीतिक पार्टियों के फंडिंग को लेकर पारदर्शिता बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगा.
SI No. | Party | 2017-18 | 2018-19 | 2019-20 | 2020-21 | 2021-22 | 2022-23 | Total |
1 | BJP | 210.00 | 1450.890 | 2555.000 | 22.385 | 1033.7000 | 1294.1499 | 6566.1249 |
2 | INC | 5.00 | 383.260 | 317.861 | 10.075 | 236.0995 | 171.0200 | 1123.3155 |
3 | AITC | 0.00 | 97.280 | 100.465 | 42.000 | 528.1430 | 325.1000 | 1092.988 |
4 | NCP | 0.00 | 29.250 | 20.500 | 0.000 | 14.0000 | 0 | 63.75 |
5 | TRS | 0.00 | 141.500 | 89.153 | 0.000 | 153.0000 | 0 | 383.653 |
6 | TDP | 0.00 | 27.500 | 81.600 | 0.000 | 3.5000 | 34.0000 | 146.6 |
7 | YSR-C | 0.00 | 99.840 | 74.350 | 96.250 | 60.0000 | 52.0000 | 382.44 |
8 | BJD | 0.00 | 213.500 | 50.500 | 67.000 | 291.0000 | 152.0000 | 774 |
9 | DMK | 0.00 | 0.000 | 45.500 | 80.000 | 306.0000 | 185.0000 | 616.5 |
10 | SHS | 0.00 | 60.400 | 40.980 | 0.000 | 0 | 0 | 101.38 |
11 | AAP* | 0.00 | 0 | 17.765 | 5.950 | 25.1200 | 45.4500 | 94.285 |
12 | JDU | 0.00 | 0.000 | 13.000 | 1.400 | 10.0000 | 0 | 24.4 |
13 | SP | 0.00 | 35.250 | 10.840 | 0.000 | 3.2100 | 0.0000 | 49.3 |
14 | JDS | 6.03 | 0.000 | 7.500 | 0.000 | 0.0000 | 0 | 13.53 |
15 | SAD | 0.00 | 0.000 | 6.760 | 0.000 | 0.5000 | 0.0000 | 7.26 |
16 | AIADMK | 0.00 | 0.000 | 6.050 | 0.000 | 0.0000 | 0.0000 | 6.05 |
17 | RJD | 0.00 | 0.000 | 2.500 | 0.000 | 0.0000 | 0 | 2.5 |
18 | JMM | 0.00 | 0.000 | 1.000 | 0.000 | 0.0000 | 0 | 1 |
19 | SDF | 0.00 | 0.500 | 0.000 | 0.000 | 0.0000 | 0.0000 | 0.5 |
20 | MGP | 0.00 | 0.000 | 0.000 | 0.000 | 0.5500 | 0 | 0.55 |
TOTAL | 221.03 | 2539.170 | 3441.324 | 325.060 | 2664.8225 | 0 | 8,970.3765 |
भाजपा को सबसे ज्यादा
जैसा कि आंकड़ों में साफ झलकता है, भाजपा को सबसे ज्यादा 6566.12 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड मिले हैं. वहीं, कांग्रेस को सिर्फ 1123.31 करोड़ रुपये ही हासिल हुए हैं. यह भाजपा के मुकाबले कांग्रेस को मिली राशि का लगभग छठा हिस्सा है. क्षेत्रीय पार्टियों में तृणमूल कांग्रेस ने 1092.98 करोड़ रुपये के साथ अच्छा खासा फंड जुटाया है.
चुनावी बॉन्ड को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में चुनावी बॉन्ड योजना को असंवैधानिक करार दिया था. कोर्ट का कहना था कि यह योजना पारदर्शिता के सिद्धांत का उल्लंघन करती है क्योंकि इससे यह पता नहीं चल पाता कि राजनीतिक दलों को धन कहां से मिल रहा है. कोर्ट के इस फैसले के बाद चुनावी बॉन्ड पर से पर्दा उठा और अब यह स्पष्ट हो गया है कि पिछले कुछ सालों में विभिन्न राजनीतिक दलों को कुल कितना धन प्राप्त हुआ है.