महाराष्ट्र: सीएम उद्धव ठाकरे को राहत, EC ने विधान परिषद चुनाव कराने का लिया फैसला
चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी की अपील स्वीकार कर ली है. इसके बाद अब जल्द ही अधिसूचना जारी कर दी जाएगी और 21 दिनों के अंदर चुनाव को संपन्न करा लिया जाएगा. 27 मई से पहले सारी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.
महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को राहत मिली है. चुनाव आयोग ने राज्य विधान परिषद में खाली नौ सीटों पर चुनाव करवाने का फैसला किया है. चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) की अपील स्वीकार कर ली है. इसके बाद अब जल्द ही अधिसूचना जारी कर दी जाएगी और 21 दिनों के अंदर चुनाव को संपन्न करा लिया जाएगा. 27 मई से पहले सारी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. बता दें कि, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को विधान परिषद में मनोनीत करने के लिये राज्य मंत्रिमंडल के सिफारिश करने के कुछ ही दिन बाद राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने चुनाव आयोग से राज्य विधानमंडल के उच्च सदन की खाली नौ सीटों के लिये चुनाव की घोषणा करने का गुरुवार को अनुरोध किया था.
दरअसल, सीएम उद्धव ठाकरे के लिए 27 मई तक विधानसभा के किसी भी सदन में चुना जाना आवश्यक है. राज्य मंत्रिमंडल ने दो बार राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से सिफारिश की थी कि वह राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के कोटे से सीएम उद्धव ठाकरे को विधान परिषद में मनोनीत करें. इसके बावजूद राज्यपाल ने चुनाव आयोग से चुनाव कराने का अनुरोध करने का फैसला किया. यह भी पढ़ें- Maharashtra Day 2020: 'महाराष्ट्र' और 'गुजरात' स्थापना के 60 साल, जानें कितनी शहादतों के बाद 'बॉम्बे राज्य' से उदय हुए ये राज्य!
बता दें कि, उद्धव ठाकरे अभी महाराष्ट्र विधानसभा या विधान परिषद में से किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं. संवैधानिक नियमों के मुताबिक, मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के छह महीने के अंदर किसी-न-किसी सदन की सदस्यता लेना उनके लिए अनिवार्य है. इसलिए सीएम ठाकरे को 27 मई से पहले तक किसी भी सदन का सदस्य बनना होगा. शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने पिछले साल 28 नवंबर को बतौर मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी.
इससे पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की थी और मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की थी. सीएम उद्धव ठाकरे ने पीएम से कहा था कि उनकी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है. पीएम मोदी ने कहा, कि वो इस मामले को देखेंगे और अधिक जानकारी लेंगे.