विपक्ष का नेतृत्व करने के लिए कांग्रेस सबसे बेहतर, दिखाए बड़ा दिल: तेजस्वी यादव
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Photo Credits: Twitter)

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने रविवार को कहा कि आगामी लोकसभा चुनावों में कांग्रेस बीजेपी के खिलाफ विपक्ष की लड़ाई की अगुवाई करने के लिहाज से सबसे बेहतर स्थिति में है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस को बड़ा दिल दिखाते हुए नेतृत्व की भूमिका निभानी होगी और क्षेत्रीय पार्टियों से भी तालमेल बिठाना होगा. तेजस्वी ने उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (SP) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के बीच हुए गठबंधन को सराहते हुए कहा कि गठबंधन के बाद अखिलेश यादव और मायावती के साथ हुई उनकी ‘‘शिष्टाचार भेंट’’ को कांग्रेस पर ‘‘दबाव बनाने का तरीका’’ नहीं समझना चाहिए.

आरजेडी नेता ने कहा कि भारत की सबसे पुरानी और मौजूदा समय में पूरे भारत में मौजूदगी के मामले में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते कांग्रेस विपक्षी पार्टियों में अधिकतम सीटें जीतने के लिहाज से बहुत मजबूत स्थिति में है. कांग्रेस को 2014 के लोकसभा चुनावों में महज 44 सीटें मिली थी जबकि ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस को 34, अखिलेश यादव की अगुवाई वाली पार्टी को पांच और आरजेडी को चार सीटें मिली थीं.

तेजस्वी ने कहा, ‘‘यदि गठबंधन बनाने में कांग्रेस अहम भूमिका निभाती है या चुनावों में गठबंधन के नेतृत्व की भूमिका संभालती है तो मुझे इसमें कुछ गलत नहीं लगता. लेकिन उन्हें यह भी स्वीकार करना होगा कि हर राज्य की जमीनी सच्चाइयां अलग-अलग हैं.’’आरजेडी नेता ने कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय स्वीकार्यर्ता और विपक्ष में व्यापक मौजूदगी वाली पार्टी है, ऐसे में कांग्रेस बीजेपी या एनडीए के खिलाफ विपक्ष की लड़ाई की अगुवाई करने के लिहाज से सबसे बेहतर स्थिति में है.

उन्होंने कहा, ‘‘बहरहाल, कांग्रेस को बड़ा दिल दिखाकर नेतृत्व की भूमिका निभानी होगी और क्षेत्रीय पार्टियों के एजेंडा के साथ तालमेल बिठाकर सक्रिय भूमिका निभानी होगी. जिन राज्यों में कांग्रेस का ठोस आधार नहीं है, वहां उसे क्षेत्रीय पार्टियों को बीजेपी के खिलाफ आगे रहकर मोर्चा संभालने देना होगा.’’ आरजेडी नेता ने कहा कि वोट ट्रांसफर करने के मामले में क्षेत्रीय पार्टियों की काबिलियत ज्यादा है. तेजस्वी ने कहा कि पूरा ध्यान जीतने की काबिलियत पर होगा और ऐसे में गठबंधन को राज्यवार एवं सीटवार फैसले करने होंगे. उन्होंने कहा कि विजयी गठबंधन बनाने के लिए किसी खास राज्य के हालात को देखते हुए हर पार्टी को दूसरी पार्टी के साथ समझौता करना होगा या उसे जगह देना होगा.

तेजस्वी ने कहा, ‘‘यदि गठबंधन बनाने में कांग्रेस अहम भूमिका निभाती है या चुनावों में गठबंधन के नेतृत्व की भूमिका संभालती है तो मुझे इसमें कुछ गलत नहीं लगता. लेकिन उन्हें यह भी स्वीकार करना होगा कि हर राज्य की जमीनी सच्चाइयां अलग-अलग हैं.’’आरजेडी नेता ने कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय स्वीकार्यर्ता और विपक्ष में व्यापक मौजूदगी वाली पार्टी है, ऐसे में कांग्रेस बीजेपी या एनडीए के खिलाफ विपक्ष की लड़ाई की अगुवाई करने के लिहाज से सबसे बेहतर स्थिति में है. उन्होंने कहा, ‘‘बहरहाल, कांग्रेस को बड़ा दिल दिखाकर नेतृत्व की भूमिका निभानी होगी और क्षेत्रीय पार्टियों के एजेंडा के साथ तालमेल बिठाकर सक्रिय भूमिका निभानी होगी.

जिन राज्यों में कांग्रेस का ठोस आधार नहीं है, वहां उसे क्षेत्रीय पार्टियों को बीजेपी के खिलाफ आगे रहकर मोर्चा संभालने देना होगा.’’ आरजेडी नेता ने कहा कि वोट ट्रांसफर करने के मामले में क्षेत्रीय पार्टियों की काबिलियत ज्यादा है. तेजस्वी ने कहा कि पूरा ध्यान जीतने की काबिलियत पर होगा और ऐसे में गठबंधन को राज्यवार एवं सीटवार फैसले करने होंगे. उन्होंने कहा कि विजयी गठबंधन बनाने के लिए किसी खास राज्य के हालात को देखते हुए हर पार्टी को दूसरी पार्टी के साथ समझौता करना होगा या उसे जगह देना होगा.