लखनऊ, 30 सितम्बर : उत्तर प्रदेश के हाथरस दुष्कर्म (Hathras Gangrape Case) मामले में मचे बावाल के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को जांच के लिए एक तीन सदस्यीय एसआईटी (SIT) का गठन कर दिया है. इसकी अध्यक्षता गृह सचिव भगवान स्वरूप करेंगे. डीआईजी चंद्र प्रकाश और आईपीएस पूनम को इसका सदस्य बनाया गया है. एसआईटी एक सप्ताह में अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने हाथरस की घटना के लिए दोषी व्यक्तियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने और प्रभावी पैरवी करने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं.
ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के जनपद हाथरस में चंदपा की दुष्कर्म पीड़िता का शव उसके गांव बूलगढ़ी में बुधवार को कड़ी सुरक्षा में अंतिम संस्कार कर दिया गया. इससे पहले शव को घर की जगह अंत्येष्टि स्थल पर ले जाने को लेकर गांव में विरोध शुरू हो गया. परिजन एंबुलेंस के आगे लेट गए. उनकी मांग थी कि शव को पहले घर पर ले जाया जाए. इसको लेकर लोगों की पुलिस से धक्कामुक्की भी हुई.
रात करीब सवा दो बजे तक मान-मनौव्वल का दौर चलता रहा. बाद में पुलिस प्रशासन ने बलपूर्वक एंबुलेंस के सामने लेटी महिलाओं को हटाया. इस दौरान धक्कामुक्की और खींचतान भी हुई. वहां पर चीख-पुकार मचने लगी. इसके बाद शव को श्मशान ले जाया गया और करीब ढाई बजे बिटिया के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया.