छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018: EVM की सुरक्षा के लिए कलेक्टर साहब ने खड़ी करवाई दीवार, देखें Video
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव खत्म हो चूका है. राजनीतिक पार्टियां और उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में कैद है. वोटों की गिनती आज से 18 दिन बाद यानि 11 दिसंबर को होगी.
रायपुर: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में विधानसभा चुनाव खत्म हो चूका है. राजनीतिक पार्टियां और उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में कैद है. वोटों की गिनती आज से 18 दिन बाद यानि 11 दिसंबर को होगी. इससे पहले ईवीएम (EVM) को कड़ी सुरक्षा में रखा गया है. लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि एक जिला ऐसा भी है जहां पर ईवीएम को दीवार के पीछे चुनवा दिया गया है. यह मामला छत्तीसगढ़ के बेमेतरा (Bemetara) जिला का है.
जानकारी के मुताबिक बेमेतरा जिले के कलेक्टर ने ईवीएम मशीन की सुरक्षा के लिए उसे ना केवल स्ट्रॉन्ग रूम में रखा बल्कि इस कमरे के एक दरवाजे को दीवार खड़ी करके बंद भी करवा दिया. स्ट्रॉन्ग रूम वो कमरा होता है जिसमें चुनाव के बाद ईवीएम मशीन को रखा जाता हैं.
कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी महादेव कावरे ने बताया कि यह कदम ईवीएम की सुरक्षा को लेकर राजनीतिक दलों द्वारा गड़बड़ी की आशंका जाहिर किए जाने के बाद उठाया गया है. इसके अलावा स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर सुरक्षा बलों को भी तैनात किया गया है और सीसीटीवी भी लगाए गए है. उन्होंने कहा कि स्ट्रॉन्ग रूम के दरवाजे पर दीवार अतिरिक्त सावधानी के लिए खड़ी की गई है.
दरअसल स्ट्रॉन्ग रूम में दों दरवाजे थे. इसलिए कलेक्टर साहब ने प्रत्याशियों के एजेंटों की मौजूदगी में मशीनों को स्ट्रॉन्ग रूम में रखकर एक दरवाजे को दीवार बना कर सील किया. ऐसा माना जा रहा है देश में यह अपने आप में पहला मामला है. इसलिए यह मामला सूबे में चर्चा का विषय बन गया हैं.
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में नई सरकार के गठन के लिए दों चरणों में मतदान हुए. गत 12 नवंबर को पहले चरण के मतदान में 18 सीटों पर और 20 नवंबर को दूसरे चरण के मतदान में 72 सीटों पर वोट डाले गए. पहले चरण में 76.42 प्रतिशत मतदान हुआ था. जबकि दूसरे चरण में 72 सीटों पर 76.34 प्रतिशत वोट पड़े थे. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018: नक्सलियों को ठेंगा दिखाते हुए लोगों ने की बंपर वोटिंग, दूसरे चरण में 71.93% मतदान