कोलकाता, 12 फरवरी : तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में इस बात के पुख्ता संकेत हैं कि ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) और आई-पैक (I-PAC) समेत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच चल रहे मतभेदों को देखते हुए पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) पार्टी की संगठनात्मक जिम्मेदारियां छोड़ सकते हैं और हो सकता है कि केवल डायमंड हार्बर के सांसद के रूप में काम करना जारी रखें. टीएमसी के अखिल भारतीय महासचिव बनर्जी. इस समय गोवा में चुनाव प्रचार कर रहे हैं. उन्होंने अपने करीबी हलकों में कहा है कि गोवा में विधानसभा चुनाव होने के बाद 14 फरवरी की शाम या अगले दिन सुबह वह ट्वीट के जरिए अपनी घोषणा करेंगे. तृणमूल कांग्रेस के गोवा की राजनीति में आने के बाद ईडी ने मुझे 10 बार बुलाया: अभिषेक बनर्जी
हालांकि यह निश्चित नहीं है कि घोषणा क्या होगी, लेकिन यह फैसला ऐसे समय में आया है, जब टीएमसी के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर और उनकी आई-पैक टीम के साथ संबंध में खटास चरम पर है. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, एक वर्ग की राय है कि मुख्यमंत्री के भतीजा तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है, ताकि वह अपने फैसले पर दोबारा विचार करें.
अभिषेक बनर्जी के करीबी एक नेता ने शुक्रवार को कहा, "दबावरोधी राजनीति का कोई सवाल ही नहीं है. अभिषेक का यह सोचना बहुत स्वाभाविक है कि अगर वह वैसा नहीं कर सकते, जैसा करना चाहते हैं तो किसी पद पर टिके रहने का कोई मतलब नहीं है. . और एक पद धारण करने के बजाय यह बहुत अच्छा होगा कि वह जिम्मेदारी छोड़ दें. उस स्थिति में वह डायमंड हार्बर के लोगों के लिए एक स्वतंत्र दिमाग से काम कर सकते हैं" हालांकि निर्णय पर पुनर्विचार करने के लिए कई तिमाहियों से अनुरोध किया जा रहा है, लेकिन डायमंड हार्बर के सांसद ने पीछे हटने के कोई संकेत नहीं दिखाए हैं.