दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने पास नहीं रखा एक भी विभाग, सब पर रखेंगे नजर

आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने दिल्ली में प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता कब्जा जमा लिया. अब इस जीत के बाद सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभाला लिया है. वहीं दिल्ली सचिवालय में उनके मंत्रिमंडल के सदस्य मनीष सिसोदिया, सत्येन्द्र जैन, राजेन्द्र पाल गौतम और इमरान हुसैन ने भी अपनी जिम्मेदारी उठा लिया है. आपको बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने पास कोई विभाग नहीं रखा है. माना जा रहा है इस फैसले के पीछे का कारण यह है कि वे सभी विभागों में हो रहे काम पर पूरी नजर रखना है. रामलीला मैदान में एक भव्य कार्यक्रम में सीएम केजरीवाल के अलावा मनीष सिसोदिया, गोपाल राय, सत्येंद्र जैन, इमरान हुसैन, राजेंद्र पाल गौतम और कैलाश गहलोत ने पद और गोपनीयता की शपथ लिया था.

सीएम अरविंद केजरीवाल ( फोटो क्रेडिट- ANI )

नई दिल्ली:- आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने दिल्ली में प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता कब्जा जमा लिया. अब इस जीत के बाद सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभाला लिया है. वहीं दिल्ली सचिवालय में उनके मंत्रिमंडल के सदस्य मनीष सिसोदिया, सत्येन्द्र जैन, राजेन्द्र पाल गौतम और इमरान हुसैन ने भी अपनी जिम्मेदारी उठा लिया है. आपको बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने पास कोई विभाग नहीं रखा है. माना जा रहा है इस फैसले के पीछे का कारण यह है कि वे सभी विभागों में हो रहे काम पर पूरी नजर रखना है. रामलीला मैदान में एक भव्य कार्यक्रम में सीएम केजरीवाल के अलावा मनीष सिसोदिया, गोपाल राय, सत्येंद्र जैन, इमरान हुसैन, राजेंद्र पाल गौतम और कैलाश गहलोत ने पद और गोपनीयता की शपथ लिया था.

बता दें कि दिल्ली के कैबिनेट मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने रविवार को पद की शपथ लेने के तुरंत बाद एससी/एसटी विभाग का कार्यभार संभाल लिया था. उन्होंने कहा था कि पिछले कार्यकाल की तरह, इस बार का उद्देश्य लोगों के जीवन को बेहतर बनाना होगा. हम लोगों के लिए यथासंभव अधिक से अधिक काम करने की कोशिश करेंगे. अरविंद केजरीवाल ने रामलीला मैदान में दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर तीसरी बार शपथ लेने के बाद कहा था कि दिल्ली के लोगों ने एक नई तरह की चुनावी राजनीति को जन्म दिया है, जो कि 'विकास की राजनीति' है. यह भी पढ़ें:- क्या कांग्रेस को इस राज्य से भी साफ करेगी आम आदमी पार्टी? रणनीति पर जारी है मंथन.

गौर हो कि दिल्ली विधानसभा चुनाव की 70 सीटों में से अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने 62 सीटों पर जीत दर्ज की जबकि भाजपा ने 8 सीटों पर कब्जा किया है. वही इस चुनाव में कांग्रेस का खाता तक नहीं खुला है.

Share Now

\