तेलगू देशम पार्टी (टीडीपी) के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) को सत्ता गंवाने के झटके पर झटके लगते जा रहे हैं. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी (Jagan Mohan Reddy) ने अमरावती स्थित उनके आवास 'प्रजा वेदिका' (Praja Vedika) को तोड़ने का आदेश दिया है. मंगलवार से बिल्डिंग तोड़ने का काम शुरू हो जाएगा. फिलहाल, 'प्रजा वेदिका' में ही चंद्रबाबू नायडू रह रहे हैं.
वाईएसआर कांग्रेस पार्टी की सरकार ने शनिवार (22 जून) को एन. चंद्रबाबू नायडू के अमरावती स्थित आवास प्रजा वेदिका को अपने कब्जे में ले लिया था. तेलुगू देशम पार्टी ने इसे बदले की कार्रवाई करार दिया. नायडू ने इस महीने के शुरूआत में सीएम रेड्डी को पत्र लिखकर इस ढांचे का उपयोग बैठकों के लिए करने देने की इजाजत मांगी थी. उन्होंने सरकार से आग्रह किया था कि वह इसे नेता प्रतिपक्ष का आवास घोषित कर दे.
Andhra Pradesh CM YS Jagan Mohan Reddy orders demolition of 'Praja Vedika' building, demolition of the building to begin day after tomorrow. (file pic) pic.twitter.com/B5ITbRNKQ8
— ANI (@ANI) June 24, 2019
विपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री के प्रति कोई सद्भावना नहीं दिखाई, क्योंकि उनके सामनों को अमरावती के उंदावल्ली घर के बाहर फेंक दिया गया. टीडीपी नेता और विधान परिषद के सदस्य अशोक बाबू ने इसका विरोध करते हुए कहा कि सरकारी कर्मचारियों ने नायडू के निजी समानों को बाहर फेंक दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि परिसर को कब्जे में लेने के सरकार के निर्णय के बारे में पार्टी को सूचित तक नहीं किया गया.
नगरपालिका मंत्री बोत्सा सत्यनारायण ने हालांकि तंज कसा और कहा कि नायडू के साथ उसी तरह का बर्ताव किया जाएगा, जिस तरह का बर्ताव जगन मोहन रेड्डी के साथ किया गया था, जब वह नेता प्रतिपक्ष थे. बता दें कि चंद्रबाबू नायडू इस समय परिवार के सदस्यों के साथ विदेश में छुट्टियां मना रहे हैं.
आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम नायडू तब से कृष्णा नदी के किनारे उंदावल्ली स्थित इस आवास में तब से रह रहे थे, जब से आंध्र प्रदेश ने अपना प्रशासन हैदराबाद से अमरावती स्थानांतरित किया था. पांच करोड़ रुपये में निर्मित इस आवास का इस्तेमाल नायडू आधिकारिक उद्देश्यों के साथ ही पार्टी की बैठकों के लिए करते थे.