Amit Shah on China: गृह मंत्री अमित शाह ने आज लोकसभा में कहा कि पिछले कुछ सालों में चीन ने भारत की सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश की, लेकिन मजबूत नेतृत्व के कारण भारत ने एक इंच भी जमीन नहीं गंवाई. उन्होंने कहा कि यह 1962 जैसी स्थिति नहीं है और भारत किसी भी तरह की घुसपैठ बर्दाश्त नहीं करेगा.
शाह ने कहा, "चीन ने 1962 में जो करने की कोशिश की, उसे दोहराने की कोशिश की. लेकिन हमारे सैनिकों और नेतृत्व ने मजबूत इच्छाशक्ति दिखाई और हमने एक इंच भी जमीन नहीं गंवाई." उन्होंने कहा कि विपक्ष इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन सरकार देश की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं करेगी.
गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव बना हुआ है. दोनों देशों के सैनिकों के बीच कई बार झड़प हो चुकी है. भारत सरकार ने चीन की किसी भी तरह की आक्रामकता का कड़ा जवाब देने की बात कही है.
#BudgetSession2024 | "China tried to do what it did in 1962; our leadership displayed resolve and not an inch of India's land was lost": Amit Shah in Lok Sabha pic.twitter.com/H6r8jMlML6
— NDTV (@ndtv) February 10, 2024
अमित शाह के इस बयान के बाद विपक्ष ने सरकार पर हमला बोला है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि सरकार चीन के असली इरादों को छिपाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार को देश को सच्चाई बतानी चाहिए.
हालांकि, सरकार ने विपक्ष के आरोपों को खारिज कर दिया है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि भारत चीन से किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगा और देश की सुरक्षा सर्वोपरि है.
मुद्दे पर विभिन्न पक्षों के विचार:
गृह मंत्री अमित शाह: चीन ने घुसपैठ की कोशिश की लेकिन भारत ने मजबूत नेतृत्व के कारण जमीन नहीं गंवाई.
विपक्ष: सरकार चीन के असली इरादों को छिपा रही है.
सरकार: भारत चीन से किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगा और देश की सुरक्षा सर्वोपरि है.