अलीगढ़ विधायक के साथ मारपीट मामले की न्यायोचित हो जांच: BSP सुप्रीमों मायावती
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने अलीगढ़ भाजपा विधायक के मार-पीट मामले को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि यूपी में अब कानून-व्यवस्था दम तोड़ रही है. इस प्रकरण की न्यायोचित जांच हो. दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
लखनऊ, 13 अगस्त: बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने अलीगढ़ भाजपा विधायक के मार-पीट मामले को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि यूपी में अब कानून-व्यवस्था दम तोड़ रही है. इस प्रकरण की न्यायोचित जांच हो. दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. बसपा मुखिया मायावती ने गुरुवार को ट्वीटर के माध्यम से लिखा कि "यूपी में अब कानून-व्यवस्था दम तोड़ रही है. कल अलीगढ़ में स्थानीय भाजपा विधायक व पुलिस द्वारा एक-दूसरे पर लगाया गया आरोप व मारपीट अति-गंभीर व काफाी चिन्ताजनक है. इस प्रकरण की न्यायोचित जाँच होनी चाहिए व जो भी दोषी हैं उनके विरूद्घ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, बीएसपी की यह माँग है."
उन्होंने कहा कि "यूपी में इस प्रकार की लगातार हो रही जंगलराज जैसी घटनाओं से यह स्पष्ट है कि खासकर अपराध-नियंत्रण व कानून-व्यवस्था के मामले में सपा व भाजपा की सरकार में भला फिर क्या अन्तर रह गया है. सरकार इसपर समुचित ध्यान दे, बीएसपी की जनहित में यही सलाह."
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि "यूपी में समुचित सुविधा के अभाव में जान जोखिम में डालकर कोरोना पीड़ितों की सेवा में लगे डाक्टरों पर सरकारी दबाव-धमकी से स्थिति बिगड़ रही है, जिस कारण ही वाराणसी में 32 स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारियों का इस्तीफा हुआ. सरकार बिना भेदभाव व पूरी सुविधा देकर उनसे सेवा ले तो बेहतर होगा. कोरोना केन्द्रों व निजी अस्पतालों में भी कोरोना स्वास्थ्यकर्मियों की स्थिति काफी खराब है, जिस कारण उन्हें आत्महत्या का प्रयास करने तक को मजबूर होना पड रहा है, जो अति-दु:खद है. सरकार व्यावहारिक नीति बनाकर व समुचित संसाधन देकर सही से उसपर अमल करे, बीएसपी की यह मांग है."
गौरतलब हो कि उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के इजलास सीट से विधायक राजकुमार सहयोगी और गोंडा थाने के एसओ आपस में भिड़ गये. विधायक ने आरोप लगाया कि एसओ सहित तीन लोगों ने उनके साथ मार-पीट की है. इसके बाद उनके कपड़े फाड़ दिये हैं. वहीं एसओ ने कहा कि विधायक थाने में आते ही गाली, गलौच करने लगे, विरोध करने पर हाथ उठा दिया. इस घटना का मुख्यमंत्री ने संज्ञान लेते हुए थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया है. साथ ही अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) को हटाकर मामले की जांच आईजी जोन अलीगढ़ को सौंपी है.