लखनऊ. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एससी-एसटी एक्ट को लेकर भारतीय जनता पार्टी सरकार पर जमकर निशाना साधा. अखिलेश ने कहा कि 'भाजपा किसी को चैन से जीने नहीं देगी.' अखिलेश ने पार्टी कार्यालय में सैनिक प्रकोष्ठ की बैठक में यह बात कही. उन्होंने कहा कि भाजपा सबको परेशानी में डाले रखना चाहती है.
उन्होंने कहा कि भाजपा ने पहले नोटबंदी से परेशान किया. महंगाई इनके लिए कोई मुद्दा नहीं है. केवल समाज में, जातियों में झगड़ा हो जाए और उससे लाभ उठा लें, यही इनकी सोच और काम है.अखिलेश ने कहा कि देश का चुनाव होने जा रहा है. उत्तर प्रदेश देश में राजनीतिक तौर पर सबसे प्रमुख प्रदेश है, क्योंकि अक्सर देश के जो प्रधानमंत्री बने हैं वे ज्यादातर उत्तर प्रदेश से ही रहे हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "लोकसभा की दृष्टि से समाजवादियों की कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा जनता के बीच अपनी बात रखने का मौका मिले और इसके लिए हम काम जल्द ही शुरू भी करेंगे इसी के लिए हम लगातार संगठन की बैठक कर रहे हैं."
अखिलेश ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि किसान का कर्ज माफ नहीं हुआ. सरकार ने नौजवानों को कितनी सुविधाएं दीं? डीजल और पेट्रोल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं. देश की अर्थव्यवस्था पिछड़ गई. नोटबंदी में बताया गया कि गरीब को सबसे ज्यादा फायदा होगा, लेकिन जब रिपोर्ट सामने आ गई है, तब पता चला कि नोटबंदी ने सबसे ज्यादा गरीबों का नुकसान किया है.
सपा प्रमुख ने कहा, "नोटबंदी में हमारी माताओं, बहनों ने जो कुछ पैसे आड़े वक्त में काम आने के लिए रखे थे, वे भी मोदीजी ने निकलवा लिए. इसके बदले दिया क्या, तो कुछ नहीं. भाजपा वाले पहले नोटबंदी के फायदे गिनाते थे. जब हर तरफ से रिपोर्ट आई है कि फायदा सिर्फ कुछ पूंजीपतियों का हुआ, न देश का और न देश के बाकी लोगों का, तब ये लोग बगलें झांकतें नजर आ रहे हैं. अब ये लोग नोटबंदी का जिक्र तक नहीं करते हैं."
योगी के बाढ़ प्रभावित जिलों के दौरे पर उन्होंने कहा कि सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बाढ़ पीड़ितों को जो सम्मान दिया जा रहा है, उसकी क्वालिटी अच्छी हो, जिससे कि बाढ़ पीड़ितों को आराम मिले. उनको दवाइयां और और सामान समय से दिया जाना चाहिए.