राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के 99वें स्थापना वर्ष पर पीएम मोदी बोले- सुनना चाहिए मोहन भागवत का भाषण

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) शनिवार को अपना 99वां स्थापना वर्ष मना रहा है और अपने 100वें वर्ष में प्रवेश कर चुका है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरएसएस को शुभकामनाएं दी.

Credit - PTI

नई दिल्ली, 12 अक्टूबर : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) शनिवार को अपना 99वां स्थापना वर्ष मना रहा है और अपने 100वें वर्ष में प्रवेश कर चुका है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरएसएस को शुभकामनाएं दी. पीएम मोदी ने अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट में लिखा, "राष्ट्र सेवा में समर्पित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस आज अपने 100वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है. अविरल यात्रा के इस ऐतिहासिक पड़ाव पर समस्त स्वयंसेवकों को मेरी हार्दिक बधाई और अनंत शुभकामनाएं."

उन्होंने आगे कहा, "मां भारती के लिए यह संकल्प और समर्पण देश की हर पीढ़ी को प्रेरित करने के साथ ही ‘विकसित भारत’ को साकार करने में भी नई ऊर्जा भरने वाला है. आज विजयादशमी के शुभ अवसर पर सरसंघचालक मोहन भागवत का उद्बोधन जरूर सुनना चाहिए." यह भी पढ़ें : देश की खबरें | गाजियाबाद में नाबालिग लड़की से सामूहिक बलात्कार का मुख्य आरोपी गिरफ्तार

इससे पहले पीएम मोदी ने देशवासियों को विजयादशमी की बधाई दी थी. उन्होंने कहा, "देशवासियों को विजयादशमी की असीम शुभकामनाएं. मां दुर्गा और प्रभु श्रीराम के आशीर्वाद से आप सभी को जीवन के हर क्षेत्र में विजय हासिल हो, यही कामना है." दरअसल, शनिवार को नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा आयोजित विजयादशमी उत्सव में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने शस्त्र पूजन के बाद कार्यक्रम को संबोधित किया.

मोहन भागवत ने कहा कि आज के दिन अपने कार्य के सौ वर्ष में संघ पदार्पण कर रहा है. ये विशेष इसलिए भी है क्योंकि महारानी दुर्गावती, महारानी होल्कर और महर्षि दयानंद का भी 200वां जन्म जयंती वर्ष चल रहा है. इनको याद करना इसलिए जरूरी है कि इन लोगों ने देश, समाज और संस्कृति के हित में काम किया है.

उन्होंने आगे कहा कि परिस्थितियां हमें चुनौतियां देती हैं, फिर चाहे वो दुनिया की हों या देश की. हमें भविष्य के लिए तैयार होना है, भविष्य इस तकनीक के कारण कई नई सुविधाएं लेकर आएगा, विज्ञान कई सुविधाएं लेकर भी आया है. इस सुखी मानव समाज में अपने स्वार्थ और अहंकार के कारण कैसे-कैसे संघर्ष चलते हैं. यह हम देखते रहते हैं.

Share Now

\