15 जनवरी के बाद चीन से भारत लौटे लोगों की होगी कोरोनावायरस जांच, लैब की 6 शाखाएं शुरू
यह निर्णय लिया गया कि 15 जनवरी 2020 के बाद चीन से जो लोग भी भारत आए हैं, उनकी कोरोनावायरस जांच की जाएगी. क्योंकि उसी वक्त चीन में कोरोनावायरस फैला हुआ था. कैबिनेट सेक्रेटरी ने उन लोगों को घर में अलग कमरे में 14 दिनों तक अकेले रहने की हिदायत दी है जो चीन से वापस आए हैं.
दिल्ली: यह निर्णय लिया गया कि 15 जनवरी 2020 के बाद चीन से जो लोग भी भारत आए हैं, उनकी कोरोनावायरस (Coronavirus) जांच की जाएगी. क्योंकि उसी वक्त चीन में कोरोनावायरस फैला हुआ था. कैबिनेट सेक्रेटरी ने उन लोगों को घर में अलग कमरे में 14 दिनों तक अकेले रहने की हिदायत दी है जो चीन से वापस आए हैं. कैबिनेट सचिव ने आज स्वास्थ्य और परिवार कल्याण (Ministries of Health & Family Welfare), विदेश मंत्रालय (External Affairs), रक्षा, गृह मंत्रालय (Defence, Home Affairs), नागरिक उड्डयन (Civil Aviation), सूचना और प्रसारण (nformation & Broadcasting), श्रम और रोजगार (Labour & Employment) और शिपिंग (Shipping) मंत्रालयों के साथकोरोनावायरस की तैयारियों की समीक्षा की.
कोरोनावायरस की जांच के लिए आज से छह और प्रयोगशालाएं (Labs) (1) एनआईवी बेंगलुरु यूनिट, (2) विक्टोरिया हॉस्पिटल कैंपस, केआर रोड, फोर्ट, बेंगलुरु (3), एम्स, नई दिल्ली (4), एनसीडीसी, दिल्ली (5) कस्तूरबा हॉस्पिटल संक्रामक रोग, मुंबई (8) एनआईवी - केरल यूनिट काम करना शुरू करेंगी.
देखें ट्वीट:
चीन में फैले जानलेवा कोरोनोवायरस से निपटने के लिए भारत सरकार हर संभव तैयारी कर रही है. केंद्र सरकार ने लोगों को चीन जाने से परहेज करने की सलाह दी है. इसके अलावा चीन से आने वाले लोगों के लिए खास सतर्कता बरती जा रही है. डब्ल्यूएचओ के अनुसार कोरोनावायरस के लक्षण जुकाम के साथ-साथ बुखार, थकान, सूखी खांसी सहित सांस लेने में दिक्कत है.