करतारपुर कॉरिडोर पर भारत-पाक के बीच वार्ता खत्म, वीजा फ्री एंट्री सहित 80 फीसदी मुद्दों पर दोनों देशों के बीच बनी सहमति
भारत ने पाकिस्तान के सामने करतारपुर कॉरिडोर यात्रा को लेकर कई मांगे सामने रखी. बैठक में भारत ने पाकिस्तान के सामने श्रद्धालुओं के लिए वीजा मुक्त यात्रा की मांग रखी. भारत ने काउंसलर प्रेजेंस बढ़ाने की मांग भी की. वहीं पाकिस्तान गुरुद्वारे में जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाने पर राजी हो गया है. साथ ही उसने यह भी दावा किया है कि वह भारत विरोधी गतिविधियां नहीं होने देगा.
भारत और पाकिस्तान के बीच करतारपुर कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) को लेकर हुई बैठक खत्म हो गई है. करतारपुर कॉरिडोर को जल्द से जल्द पूरा करने और श्रद्धालुओं की आवाजाही के मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों के बीच आज अटारी-वाघा बार्डर (Attari- Wagah Border) पर बातचीत हुई. इस दौरान दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर वार्ता हुई. भारत ने पाकिस्तान के सामने करतारपुर कॉरिडोर यात्रा को लेकर कई मांगे सामने रखी. बैठक में भारत ने पाकिस्तान के सामने श्रद्धालुओं के लिए वीजा मुक्त यात्रा की मांग रखी. भारत ने काउंसलर प्रेजेंस बढ़ाने की मांग भी की. वहीं पाकिस्तान गुरुद्वारे में जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाने पर राजी हो गया है. साथ ही उसने यह भी दावा किया है कि वह भारत विरोधी गतिविधियां नहीं होने देगा.
बैठक के बाद पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैजल ने प्रेस (Mohammad Faisal) कॉन्फ्रेंस में कहा 80 फीसदी मुद्दों पर दोनों देशों में सहमति बन चुकी है. करतारपुर कॉरिडोर के मुद्दे पर एक और बैठक करेंगे. बता दें कि पाकिस्तान की ओर से उसके विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैजल की अगुआई में हुई. बैठक से पहले मोहम्मद फैजल की ओर से जानकारी दी गई है कि करतारपुर कॉरिडोर का 70 फीसदी काम पूरा कर लिया गया है.
गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव एससीएल दास (SCL Das) ने बताया कि पाकिस्तान इस बात पर राजी हो गया है कि ननकाना साहिब में पवित्र दर्शन के लिए रोजाना 5000 श्रद्धालु जा सकते हैं. विशेष अवसर पर इनकी संख्या को घटाने बढ़ाने पर विचार किया जा सकता है. साथ ही, भारत ने पाकिस्तान से अनुरोध किया कि केवल भारतीय नागरिकों को ही नहीं, बल्कि OCI कार्ड रखने वाले भारतीय मूल (PIO) के व्यक्तियों को भी करतारपुर सुविधा का उपयोग करने की अनुमति दी जानी चाहिए.
पाकिस्तान पक्ष ने भारत की एक मांग के जवाब में भारत प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया है कि उनके द्वारा भारत विरोधी किसी भी गतिविधि की अनुमति नहीं दी जाएगी. भारत के विदेश मंत्रालय ने साथ ही कहा है कि हमने पुष्टि की है कि गोपाल सिंह चावला (पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी) जैसे व्यक्तियों को उन जगहों से हटा दिया गया है जिसको लेकर हमें आपत्ति है.
पाकिस्तान की ओर से यह भी कहा गया है कि करतारपुर कॉरिडोर शुरू करने के लिए पाकिस्तान पूरी तरह प्रतिबद्ध है. हम आस्था और उम्मीद के कॉरिडोर को हकीकत में बदलेंगे. जानकारी के अनुसार बैठक में करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन कार्यक्रम की तारीख पर भी चर्चा हुई. पाकिस्तान की तरफ से प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा पाकिस्तानी पक्ष का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं.