त्रिपुरा में 80 से अधिक तृणमूल कार्यकर्ता और नेता गिरफ्तार

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की त्रिपुरा इकाई के अध्यक्ष आशीष लाल सिंघा सहित तृणमूल के 80 से अधिक नेताओं और कार्यकतार्ओं को बुधवार को त्रिपुरा के विभिन्न हिस्सों से गिरफ्तार कर लिया गया, जो शहीद दिवस के अवसर पर पार्टी सुप्रीमो के वर्चुअल संबोधन को सुनने के लिए एकजुट हुए थे.

तृणमूल कांग्रेस पार्टी (file photo)

अगरतला, 22 जुलाई : तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) की त्रिपुरा इकाई के अध्यक्ष आशीष लाल सिंघा सहित तृणमूल के 80 से अधिक नेताओं और कार्यकतार्ओं को बुधवार को त्रिपुरा के विभिन्न हिस्सों से गिरफ्तार कर लिया गया, जो शहीद दिवस के अवसर पर पार्टी सुप्रीमो के वर्चुअल संबोधन को सुनने के लिए एकजुट हुए थे. पुलिस ने कहा कि लगभग 80 तृणमूल कार्यकतार्ओं और नेताओं को कोविड-19 प्रतिबंधों का उल्लंघन करने के लिए उनोकोटी, उत्तरी त्रिपुरा और पश्चिम त्रिपुरा जिलों से गिरफ्तार किया गया है.

1993 में कोलकाता में तत्कालीन कांग्रेस नेता ममता बनर्जी के नेतृत्व में एक युवा कांग्रेस रैली में पुलिस फायरिंग में मारे गए 13 शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए उत्तरी त्रिपुरा के उनोकोटी जिले के गौरनगर में तृणमूल कार्यकर्ता सबसे अधिक संख्या में एकत्र हुए थे. हालांकि पार्टी पश्चिम बंगाल में 13 शहीदों को याद करने के लिए हर साल 21 जुलाई को शहीद दिवस के रूप में मनाती है, लेकिन इसने पहली बार भाजपा शासित त्रिपुरा सहित देश के विभिन्न राज्यों में इस दिन को मनाया. यह भी पढ़ें : Kisan Sansad: मानसून सत्र के बीच आज से चलेगी ‘किसानों की संसद’, जंतर-मंतर से दिल्ली की सीमाओं तक बढ़ाई गई सुरक्षा

हालांकि, सिंघा ने दावा किया कि पुलिस ने उन्हें कोविड प्रतिबंध और प्रोटोकॉल बनाए रखने के बावजूद गिरफ्तार किया है. कोलकाता में, तृणमूल सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी ने दावा किया कि उनकी पार्टी के कार्यकतार्ओं को त्रिपुरा में भाजपा सरकार ने शहीद दिवस मनाने की अनुमति नहीं दी.

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