नोएडा, 13 मार्च: नोएडा (Noida) के सेक्टर-30 स्थित चाइल्ड पीजीआई (Child PGI) में डॉक्टर और स्टाफ की कथित लापरवाही के चलते 10 महीने की बच्ची की मौत हो गई. बच्चे के परिजनों ने बच्चे की मौत के लिए डॉक्टर और स्टाफ लापरवाही का आरोप लगा हंगामा किया है. परिजनों की मांग है कि डॉक्टर और स्टाफ पर कार्रवाई की जाए. हंगामे की सूचना मिलते ही कोतवाली सेक्टर 20 पुलिस मौके पर पहुंच गई और परिजनों को समझा कर मामले को शांत कराया. ये घटना रविवार की है. न्यू अशोक नगर के बद्री पासवान का कहना है कि उनकी 10 माह की पोती की तबियत शनिवार को खराब हो गई, तो उसे नोएडा के सेक्टर 30 चाइल्ड पीजीआई में ले आए थे. यह भी पढ़ें: Noida: जांच एजेंसियों की छापेमारी को लालू ने कहा निम्न स्तर की राजनीति
जहां डॉक्टर उमेश रेड्डी ने उसका ट्रीटमेंट किया और कहा कि अगर तबीयत ज्यादा खराब हो तो बच्ची को लेकर आ जाना. रात को 1 बजे जब बच्ची की तबीयत ज्यादा खराब हुई, तब उसे लेकर फिर यहां आए. लेकिन हॉस्पिटल में एडमिट ना करके एक टीका लगाकर घर भेज दिया और कहा कि जब तबीयत ज्यादा खराब हो, तब सुबह आना. बद्री पासवान बताते है कि रविवार सुबह 10 बजे बच्ची को लेकर जब मै जहां आया, उसकी हालत बहुत सीरियस थी और उसे लगातार उल्टी हो रही थी, लेकिन रिसेप्शन पर बोला गया कि आपका 24 नंबर है, 10 नंबर चल रहा है, उसके बाद ही डॉक्टर देखेंगे.
लेकिन बच्ची की तबीयत लगातार बिगड़ती गई, तब उसे आनन-फानन में अस्पताल में एडमिट कराया गया. लेकिन थोड़ी देर बाद उसकी मौत हो गई. आरोप लगाया कि बच्ची की मौत अस्पताल की लापरवाही से हुई. उधर, रिपोर्ट में कहा गया है कि बच्चा ब्रॉड डेड लाया गया. अब डॉक्टर दबाव बना रहे हैं कि रिपोर्ट पर साइन करके बच्चे की बॉडी को ले जाए. दरअसल नोएडा के सेक्टर 30 चाइल्ड पीजीआई में बीते दिनों कई बच्चों की मौत हो चुकी है और परिजनों ने डॉक्टर और स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाया है.